500 रुपये दो, मनचाहा प्रमाण पत्र लो, ऐसे चल रहा फर्जीवाड़ा Aligarh News
नगर पंचायत पिलखना के एक जनसेवा केंद्र का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां बिना सत्यापन फर्जी मनचाहे आय मूल निवास जाति व राशन कार्ड बनाने का खेल चलता मिला।
सुरजीत पुंढीर, अलीगढ़ : जिले की अतिसंवेदनशील नगर पंचायत पिलखना के एक जनसेवा केंद्र का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां बिना सत्यापन फर्जी मनचाहे आय, मूल निवास, जाति व राशन कार्ड बनाने का खेल चलता मिला। इसके एवज में लोगों से 200 से 500 रुपये लिए जा रहे थे। पिछले दिनों मिली शिकायत पर डीएम ने गोपनीय जांच कराई तब फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ।
जन सेवा केंद्र पर काम
सरकार ने सभी प्रमाण पत्र बनवाने का काम जन सेवा केंद्रों को दे रखा है। कोई भी व्यक्ति अपने नजदीकी जनसेवा केंद्र पर आवेदन कर सकता है। इसके लिए अपने प्रधान व पार्षद का लेटर पैड लगाना अनिवार्य है। इसके बाद तहसील की जांच रिपोर्ट पर बीडीओ, तहसीलदार व एसडीएम यह प्रमाण पत्र जारी करते हैं।
बिना सत्यापन के प्रमाण पत्र
नगर पंचायत पिलखना के वार्ड नंबर छह में एक जनसेवा केंद्र है, जिसे आमिर नाम का व्यक्ति चलाता है। पिछले दिनों स्थानीय लोगों ने इस केंद्र की शिकायत डीएम चंद्रभूषण सिंह से की। उन्होंने ईडीएम मनोज राजपूत के नेतृत्व में कमेटी गठित की, जिसने दो दिन पहले जनसेवा केंद्र पर छापा मारा और वहां मिले प्रपत्रों की जांच की। तब सामने आया कि यहां से जितने आवेदन हुए हैं, उनसे जुड़ा एक भी कागजात नहीं था। एक वार्ड की सभासद रूबी बेगम के लेटर पैड का हर प्रमाण पत्र में प्रयोग हो रहा था। सभी मूल, आय व जाति प्रमाण पत्र इन्हीं के हस्ताक्षर से बनते मिले। राशन कार्ड में जो नंबर डाले गए थे, वह सभी बंद थे। एक प्रमाण पत्र के 100, 200 व 500 रुपये तक लिए जा रहे हैं, जबकि सरकारी फीस महज 20 रुपये है।
देशभर में मान्य होता है प्रमाण पत्र
किसी भी व्यक्ति की आय, निवास व जाति तय करने के लिए तहसीलों से प्रमाण पत्र जारी होता है। प्राइवेट व सरकारी संस्थानों में इन्हीं का प्रयोग होता है। नौकरी, सरकारी योजना में भी इन्हीं से लाभ मिलता है। ऐसे में कई बार इन प्रमाण पत्रों के गलत प्रयोग से सुरक्षा व्यवस्था भी खतरे में पड़ जाती है।
फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं
डीएम चंद्रभूषण सिंह का कहना है कि शिकायत पर जांच टीम मौके पर भेजी गई थी। अब रिपोर्ट आ गई है। जल्द कार्रवाई होगी। किसी भी जन सेवा केंद्र पर फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं होगा।