कारोबारी के अपहरण में चंडीगढ़ की एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य Aligarh News
प्रमुख स्टील कारोबारी के अपहरण के पांच आरोपित जेल में तो पहुंच गए लेकिन इस मामले में पुलिस के हाथ कोई सबूत या गवाह नहीं है। अब पुलिस वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने में जुटी है। इसके लिए चंडीगढ़ की एफएसएल की टीम सैैंपल ले गई है।
अलीगढ़, जेएनएन। प्रमुख स्टील कारोबारी के अपहरण के पांच आरोपित जेल में तो पहुंच गए, लेकिन इस मामले में पुलिस के हाथ कोई सबूत या गवाह नहीं है। अब पुलिस वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने में जुटी है। इसके लिए चंडीगढ़ की एफएसएल की टीम सैैंपल ले गई है। पुलिस आरोपितों की वाइस सैंपलिंग के लिए लखनऊ लैब से मंजूरी का इंतजार कर रही है। डीएनए सैंपल व फिंगर प्रिंट मिलान की भी प्रक्रिया शुरू हो गई है।
यह है मामला
इगलास के गांव भौंरा गौरवा के पास 16 जून 2020 को स्कॉर्पियो सवार पुलिस वर्दीधारी बदमाशों ने शीशियापाड़ा निवासी स्टील कारोबारी सुरेश कुमार जिंदल का अपहरण किया था। इनके स्वजन से फोन पर 20 लाख रुपये फिरौती मांगी। कारोबारी की पत्नी ने छह लाख रुपये दिए, तब बदमाशों ने सुरेश को छोड़ा। पत्नी की ओर से छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इस मामले में कुख्यात विनोद जाट ने जुलाई में आगरा में सरेंडर कर दिया था। चार आरोपित पुलिस ने पकड़ लिए थे। ये सभी जेल में हैैं। 60 हजार का इनामी विनोद पथैना फरार है।
अपहरण की घटना का नहीं मिला सुबूत
अपहरण की घटना न तो किसी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई, न कोई मौके पर गवाह था। पुलिस ने वैज्ञानिक साक्ष्य संकलित करने का निर्णय लिया है। इसके तहत आरोपितों की वायस मिलान,फिंगर प्रिंट, डीएनए आदि की जांच प्रक्रिया शुरू हो गई है। सीओ इगलास मोहसिन खान ने बताया कि चंडीगढ़ से आई एफएसएल की टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए हैं। अभी वायस सैंपङ्क्षलग के लिए लखनऊ विधि प्रयोगशाला से तारीख मांगी है।
कारोबारी के अपहरण कांड में वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। इसी क्रम में एफएसएल की टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। आरोपितों की वायस सैंपङ्क्षलग के लिए पत्र लिखा है। जल्द इस प्रक्रिया को भी पूरा कराया जाएगा।
मुनिराज, एसएसपी