गांव की पगडंडियों से अंतरराष्ट्रीय खेलों तक दौड़ा था अलीगढ़ का पालेंद्र
साधारण परिवार में पले एथलेटिक पालेंद्र चौधरी ने अपनी खेल प्रतिभा से देश में बड़ी पहचान बना ली थी। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक हासिल किए।
अलीगढ़ (जेएनएन)। दिल्ली नेहरू स्टेडियम के हॉस्टल में एथलेटिक पालेंद्र चौधरी द्वारा आत्महत्या कर लेने के बाद अलीगढ़वासी बेहद दुखी हैं।उसके गांव समेत आसपास के गांवों में शोक छा गया है।साधारण परिवार में पले एथलेटिक पालेंद्र चौधरी ने अपनी खेल प्रतिभा से देश में बड़ी पहचान बना ली थी। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक हासिल किए। जिले की इगलास तहसील के गांव कैमथल निवासी किसान महेश पाल सिंह के इस इकलौते लाल ने शहर के एथलेटिक्स खिलाडिय़ों के लिए नजीर पेश की थी। पालेंद्र 100 मीटर दौड़ व लंबी कूद के खिलाड़ी थे। 100 मीटर रेस में पालेंद्र ने जिला स्तर से लेकर प्रदेश व राष्ट्र स्तर तक कई कीर्तिमान स्थापित किए। यूथ नेशनल प्रतियोगिता, क्रास कंट्री, नॉर्थजोन आदि प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक हासिल किए। 2016 में यूपी टीम के कप्तान पद से भी नवाजे गए। साथ ही 2015 में वेस्ट यूपी के बेस्ट एथलीट का अवार्ड भी अपने नाम किया था। 2016 में दिल्ली के नेहरू स्टेडियम में कराए गए इंटरनेशनल गेम्स क्वालीफाइंग राउंड में सफलता हासिल की। 10.08 सेकेंड में 100 मीटर रेस पूरी कर चयनकर्ताओं का दिल जीता।
बैंकाक के बाद छा गए थे पालेंद्र
पालेंद्र चौधरी 200 मीटर दौड़ के खिलाड़ी थे। उन्होंने पिछले साल बैंकाक में हुई यूथ एशिया एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया था। प्रतियोगिता में भारत से कुल 17 एथलीट इस चैंपियनशिप में शामिल हुए थे। इनमें उत्तर प्रदेश से सिर्फ पालेंद्र ही एकमात्र खिलाड़ी थे। उन्होंने चैंपियनशिप में पालेंद्र 100 मीटर, 200 मीटर व मिडरिले में प्रतिभाग किया था। सफलता मिलने के बाद अलीगढ़ के पूर्व डीएम ह्रषिकेश भास्कर यशोद ने उन्हें अपने कार्यालय बुलाकर जिला खेल प्रोत्साहन समिति की ओर से 21 हजार रुपये का चेक देकर सम्मानित किया था। बाद में स्टेडियम में पालेंद्र का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। पालेंद्र डीपीएस सीनियर विंग के छात्र रहे। वे 2017 में ही अफ्रीका के बहामास में आयोजित वल्र्ड चैंपियनशिप में भी शामिल हुए थे।
पालेंद्र का सेना में हो गया था चयन
पालेंद्र ने अलीगढ़ डीपीएस से 11 व 12वीं की परीक्षा पास की थी। वर्ष 2017 में मंगलायतन यूनिवर्सिटी में बी टेक में प्रवेश हो गया था, लेकिन वह दिल्ली चला गया।पालेंद्र का हाल ही में सेना में चयन हो गया था।उसे दिल्ली से जबलपुर जाना था। वह छोटी दीपावली पर घर आया था और पिताजी से चालीस हजार रुपये मांगे थे।मंगलवार की शाम पता नहीं ऐसा क्य हुआ जो उसने फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली।
चोरी का लगा आरोप
पालेंद्र कई विवादों में भी रहे। इसी साल जून माह में स्पोर्ट्स स्टेडियम के हर्डल चोरी प्रकरण में डिप्टी स्पोर्ट्स ऑफिसर अश्र्विनी कुमार त्यागी की तहरीर पर पालेंद्र चौधरी, गौरव, भानु समेत चार के खिलाडिय़ों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।