राममंदिर की खातिर कुर्सी त्याग दी थी पूर्व सीएम कल्याण सिंह ने, जानिए विस्तार से
Former Chief Minister Kalyan Singh पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह की जयंती मनाई गई। भारतीय जनता पार्टी के नगर कैंप कार्यालय सरकुलर रोड पर मंदिर श्री राम लक्ष्मण जानकी महाराज में शहर अध्यक्ष शरद माहेश्वरी की अध्यक्षता में कार्यक्रम हुआ।
हाथरस, संवाद सहयोगी। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह की जयंती मनाई गई। भारतीय जनता पार्टी के नगर कैंप कार्यालय सरकुलर रोड पर मंदिर श्री राम लक्ष्मण जानकी महाराज में शहर अध्यक्ष शरद माहेश्वरी की अध्यक्षता में कार्यक्रम हुआ। जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी के गठन तक उनके पार्टी में योगदान को सराहा गया। साथ ही अयोध्यक्षा में राम मंदिर के लिए योगदान को भी सराहा गया। वक्ताओं ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का जन्म पांच जनवरी 1923 को अलीगढ़ जनपद की अतरौली तहसील के मढ़ौली गांव में हुआ था।
उन्होंने कहा कि बाबू जी का भाजपा को शून्य से शिखर तक ले जाने में बहुत बड़ा योगदान है, जिन्होंने अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी को राम मंदिर की खातिर त्याग दिया था। यह बात राजनीतिक इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। हाथरस से कल्याण सिंह का विशेष लगाव रहा और यहां की छोटे से छोटे कार्यकर्ता को कल्याण सिंह मुख्यमंत्री होते हुए नाम से जानते थे और नाम लेकर पुकारते थे। यह बात कार्यकर्ता के लिए बड़े गर्व की बात होती थी। इस मौके पर राम कुमार माहेश्वरी, कृष्ण मुरारी वार्ष्णेय, वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, नगर मंत्री अर्जुन वाल्मीकि, पूनम शर्मा, रितु गौतम, महिला मोर्चा नगर अध्यक्ष सोनिया नारंग, अनुसूचित मोर्चा अध्यक्ष अमन पराशर, रमन माहौर, रजत अग्रवाल, यतेंद्र वार्ष्णेय, सोनू भारती, आकाश वर्मा, मयंक अग्रवाल, ब्रजेश श्रोती उपस्थित थे।
कस्बों में भी मनाई जयंती
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को भाजपा कार्यकर्ताओं ओर से कस्बों व देहात में भी याद किया गया। जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी के गठन तक उनके पार्टी में योगदान को सराहा गया। साथ ही अयोध्यक्षा में राम मंदिर के लिए योगदान को भी सराहा गया। वक्ताओं ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का जन्म पांच जनवरी 1923 को अलीगढ़ जनपद की अतरौली तहसील के मढ़ौली गांव में हुआ था।यहां से वे कई बार विधायक रहे। एटा व बुलंदशहर से सांसद भी रहे।