अलीगढ़ विकास प्राधिकरण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई से उद्योगपतियों में आक्रोश
अलीगढ़ विकास प्राधिकरण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की फैक्ट्री सील की कार्रवाई व्यापारियों के सीने में धधक रही आग गोला बन गई। शहर भर के आक्रोशित उद्यमी और कारोबारियों ने लघु उद्योग भारती की अगुवाई में उद्योग बचाओ मंच का गठन कर कार्रवाई के खिलाफ ताल ठोक दी
अलीगढ़, जेएनएनः सासनीगेट व अशोक नगर में अलीगढ़ विकास प्राधिकरण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की फैक्ट्री सीङ्क्षलग की कार्रवाई व्यापारियों के सीने में धधक रही आग गोला बन गई। शहर भर के आक्रोशित उद्यमी और कारोबारियों ने लघु उद्योग भारती की अगुवाई में उद्योग बचाओ मंच का गठन कर कार्रवाई के खिलाफ ताल ठोक दी। चेतावनी दे दी कि मनमाने तरीके से कार्रवाई को कतई बर्दास्त नहीं करेंगे। जनप्रतिनिधियों के सामने व्यापारी आग बबूला हो उठे। उनका कहना था कि कोरोना के चलते वैसे कारोबार चौपट हो गया है, थोड़ा बहुत बचा है तो एडीए और प्रदूषण विभाग खत्म कर देगा। अलीगढ़ के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब तमाम व्यापारी संगठनों ने एक मंच पर आकर प्रशासनिक कार्रवाई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा नेता व लघु उद्योग भारती के प्रदेश समन्वयक डॉ. राजीव अग्रवाल ने जिलाध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह व ब्रज प्रांत उपाध्यक्ष ठा. श्यौराज सिंह से प्रशासन की मनमानी को लेकर निर्णायक जंग छेडऩे का सुझाव दिया था। डॉ. राजीव अग्रवाल ने कहा कि उद्यमी और कारोबारियों के हित की चिंता करना हमारा कर्तव्य है।
फैक्ट्री सीज करने की निंदा
रविवार को जीटी रोड स्थित रघुनाथ पैलेस में सांसद सतीश कुमार गौतम, बरौली विधायक ठा. दलवीर सिंह, शहर संजीव राजा व कोल विधायक राजकुमार सहयोगी ने सासनीगेट और अशोक नगर की फैक्ट्री सीज करने की निंदा की। सांसद ने कहा कि मंच पर पूरी सरकार बैठी है। जनमत के रूप में उद्यमी व सभी व्यापारी संगठन के प्रतिनिधि हैं। मैं भरोसा दिलाता हूं कि किसी भी तरह से अन्याय नहीं होने दूंगा। शहर विधायक संजीव राजा ने कहा कि नियम-कानून हम भी जानते हैं, गलत तरीके से यदि किसी व्यापारी को परेशान किया गया तो बर्दास्त नहीं करूंगा। बरौली विधायक ने कहा कि त्योहार का सीजन है, ऐसे में कार्रवाई ठीक नहीं हैं। जिलाध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह और महानगर अध्यक्ष डॉ. विवेक सारस्वत ने कहा कि व्यापारी और उद्यमी के साथ वह खड़े हैं। अध्यक्षता उद्योगपति विजय बजाज ने की। संचालन लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव मनोज अग्रवाल ने किया। लघु उद्योग भारती के जिलाध्यक्ष गौरव मित्तल ने आभार जताया। व्यापारी नेता ज्ञान चंद्र वाष्र्णेय, भूपेंद्र वाष्र्णेय, मास्टर ओम प्रकाश, मनीष अग्रवाल, हरिश्चंद्र अग्रवाल, दिनेश चंद्र शास्त्री, ओपी राठी, सतीश माहेश्वरी, यतेंद्र झा, मानव महाजन, मनीष बूल, अनिल सेंचुरी, हरिकिशन अग्रवाल आदि मौजूद थे।
जिले में नहीं रहेंगे
भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के सह संयोजक सौरभ अग्रवाल सिक्स संस ने कहा 2008 में भी ऐसी कार्रवाई हुई थी। उस समय बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे ठा. जयवीर सिंह ने चेतावनी दे दी थी, कहा था कि अगर अब कोई फैक्ट्री सीज हुई तो अगले दिन वह अफसर जिले में नहीं रहेगा। ऐसी ही हनक दिखानी पड़ेगी।
प्रमुख संगठन रहे मौजूद
औद्योगिक आस्थान उत्पादन समिति विजय बजाज, दिनेश वाष्र्णेय, अर्जुन गोविल, अलीगढ़ ताला नगरी औद्योगिक विकास एसोसिएशन, अलीगढ़ एक्सपोर्ट एसोसिएशन, अलीगढ़ उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल कंछल गुट, व्यापारी संघर्ष समिति आदि थीं।
रखीं गई प्रमुख मांगें
बैठक में तीन मांगे रखीं गईं। पहली सील खुले। नई महायोजना 2031 में पुराना शहर मिश्रित आबादी क्षेत्र घोषित हो। शहर के हर मुख्यमार्ग पर नए-नए औधोगिक क्षेत्र बसें। महानगर में जितने उद्योग कार्यरत हैं उतने औद्योगिक प्लाट उपलब्ध ही नहीं हैं। प्रदूषण के नाम पर उद्योग की बंदी गलत है। व्यवसायिक, औद्योगिक आवासीय सभी मिश्रित आबादी क्षेत्र घोषित करना ही एकमात्र विकल्प है। इसके लिए शासन से स्वीकृति कराया जाएगा।