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अलीगढ़ में कोरोना की जांच में फर्जीवाड़ा, डीएम की नाराजगी से सहमे अफसर

कोरोना की जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा हो रहा है। जांच रिपोर्ट के फार्म में गलत मोबाइल नंबर दर्ज किए जा रहे हैं। कंट्रोल रूम की टीम ने इसका पर्दाफाश किया है। शनिवार को समीक्षा बैठक में डीएम चंद्रभूषण सिंह के सामने यह बात आई तो उनका पारा गर्म हो गया।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Sat, 19 Jun 2021 06:44 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jun 2021 06:44 PM (IST)
अलीगढ़ में कोरोना की जांच में फर्जीवाड़ा, डीएम की नाराजगी से सहमे अफसर
समीक्षा बैठक में डीएम चंद्रभूषण सिंह का पारा गर्म हो गया।

अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना की जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा हो रहा है। जांच रिपोर्ट के फार्म में गलत मोबाइल नंबर दर्ज किए जा रहे हैं। कंट्रोल रूम की टीम ने इसका पर्दाफाश किया है। शनिवार को समीक्षा बैठक में डीएम चंद्रभूषण सिंह के सामने यह बात आई तो उनका पारा गर्म हो गया। प्रकरण में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वहीं, जांच में लगी टीमों को सख्त हिदायत दी गई है कि अगर कहीं भी फर्जीवाड़ा मिला तो सीधे कार्रवाई होगी। किसी भी फार्म में गलत नंबर नहीं मिलना चाहिए। सही नाम, पते व मोबाइल नंबर ही दर्ज किए जाएं।

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डीएम ने दिए जांच के आदेश

डीएम चंद्रभूषण सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में कोरोना की समीक्षा बैठक हुई। इसमें कंट्रोल रूम प्रभारी स्मृति गौतम ने बताया कि सैंपल फार्म से फीड बैक लेने पर जानकारी हुई है कि गलत मोबाइल नंबर दर्ज हो रहे हैं। कंट्रोल रूम से जिन लोगों से बात की जाती है, वह जांच न होने की बात कहते हैं। ऐसे में आशंका है कि जांच रिपोर्ट के फार्म में गलत नंबर भरे जा रहे हैं। इस पर डीएम ने सीएमओ को इस प्रकरण में जांच के आदेश दिए। इसके साथ ही सैंपल लेने वाली टीमों को सख्त चेतावनी के निर्देश दिए गए। कहा गया है कि सैंपलिंग के दौरान फार्म पर सही नाम व मोबाइल नंबर अंकित किए जाएं। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। डीएम ने कहा कि सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक ओपीडी संचालित की जाएं। चिकित्सा अधीक्षक ओपीडी के दौरान उपस्थिति के फोटो डीएम वार रूम पर दें। चिकित्सालयों में साफ-सफाई की शिकायतें नहीं मिलनी चाहिए।

तीसरी लहर से बचने को पुख्‍ता हों इंतजाम

तीसरी लहर से बचने के लिए भी इंतजाम शुरू कर दिए जाएं। सभी अस्पतालों में पीने का पानी, मरीजों के बैठने की समुचित व्यवस्था हाेनी चाहिए। सीएमओ ने बताया कि साेमवार से जिले में पायलट प्रोजेक्ट के तहत टीकाकरण कार्य तेजी से कराया जाना है। इसमें डोर टू डोर टीकाकरण होगा। वहीं, 26 जून से संक्रमित बच्चों को दवाओं की किट वितरण की जानी है। कंट्रोल रूम को इन कार्यों की सतत निगरानी के निर्देश दिए गए। इस मौके पर सीडीओ अंकित खंडेलवाल, एडीएम वित्त एयवं राजस्व विधान जायसवाल, एडीएम प्रशासन डीपी पाल समेत अन्य मौजूद रहे।


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