शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहनेे के लिए अपनाएं योग और प्राणायाम Aligarh news
अतरौली तहसील के गांव दताचोली खुर्द निवासी व मेवाड़ विश्वविद्यालय के योग विभागाध्यक्ष ने एक कोचिंग सेंटर में शुक्रवार को अपने दो विश्व रिकॉर्डस के डेमो दिए। उनको कोचिंग सेंटर के चेयरमैन ने स्मृति चिह़न देकर सम्मानित किया। गांव आने पर शनिवार को ग्रामीणों ने किया भी उनका स्वागत किया।
अलीगढ़, जेएनएन: अतरौली तहसील के गांव दताचोली खुर्द निवासी व मेवाड़ विश्वविद्यालय के योग विभागाध्यक्ष ने एक कोचिंग सेंटर में शुक्रवार को अपने दो विश्व रिकॉर्डस के डेमो दिए। उनको कोचिंग सेंटर के चेयरमैन ने स्मृति चिह़न देकर सम्मानित किया। गांव आने पर शनिवार को ग्रामीणों ने किया भी उनका भव्य स्वागत किया।
योग के फायदों के बारे में बताया
तहसील अतरौली के गांव दताचोली खुर्द निवासी व मेवाड़ विश्वविद्यालय के योग विभागाध्यक्ष प्रो जयवीर सिंह आर्य ने याेग के माध्यम से दो विश्व रिकॉडस बनाये हैं। उनको इसके लिए कई बड़े कार्यक्रमों में सम्मानित किया जा चुका है। शुक्रवार को क्षेत्र के एक कोचिंग सेंटर में पहुंचे आर्य ने अपने द्वारा बनाये गये दो विश्व रिकॉडस के डेमो दिए। उन्होंने सबसे पहले देज गति से भस्तिका प्रणाय व दूसरा तीव्र गति से मिश्र दण्ड योगों के वारे में योग करके बताया और कहा कि कम से कम समय में योग करके किस प्रकार मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ रह सकते है। उन्होंने योगासन, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार के बारे में वैज्ञानिक तथ्यों से विद्यार्थियों को परिचय करवाते हुए कहा कि योग और प्राणायाम से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से एकदम फिट रह सकता है । प्राणायाम करने से चित्त-एकाग्र होता है। चित्त एकाग्रता से इंद्रियों को संयम में किया जा सकता है और प्राणायाम चरित्र का निर्माण करता है। प्राणायाम से व्यक्ति की उम्र बढ़ती है और प्राणायाम के द्वारा हमारे शरीर में स्थित पंच तत्वों में से सभी तत्वों की चिकित्सा होती है। इसे करने से वंशानुगत रोगों को भी जड़़ से ठीक किया जा सकता है ।
सूर्य नमस्कार के फायदे बताए
अन्त में सूर्य नमस्कार के बारे में बताते हुए कहा कि सूर्य नमस्कार हमारी बॉडी और माइंड की कंप्लीट एक्सरसाइज करता है। एड़ी से लेकर चोटी तक शरीर के किसी भी भाग में किसी तरह का मोटापा, कमजोरी, क्या टेढ़ापन है। तो उसे भी सूर्य नमस्कार करने से ठीक किया जा सकता है। सूर्य नमस्कार से हमारी रीढ़ की हड्डी की एक्सरसाइज होती है और रीढ़ की हड्डी के पीछे तीन राणियां होती हैं। इण्डा, पिंगला और सुषुम्ना जोकि हमारे शरीर में स्थित अष्ट चक्रों में से हैं, जो एक चक्र मूलाधार से लेकर सहस्रार चक्र तक इंडा पिंगला और सुषुम्ना नाड़िओं का आपस में संबंध रहने से ब्रेन के ब्लॉकेज खुल जाते हैं। इससे ब्रेन भी शार्प होता है। अंत में शांति पाठ करके उद्घोष के साथ कार्यक्रम का समापन किया कार्यक्रम के दौरान दिल्ली क्लासेस के डायरेक्टर आरएन यादव ने विद्यार्थियों को बताया कि आज पूज्य स्वामी रामदेव ने योग हरिद्वार से हर द्वार तक पहुंचाने का कार्य किया है।
पहले हम योग से बहुुुत दूर थे
इसे पहले योग कंदराओं और गुफाओं तक सिर्फ सीमित था। हम लोग इससे बहुत दूर थे। आज हमारा सौभाग्य है, हमें योग के बारे में कुछ जानने का अवसर प्राप्त हुआ है। तो हमें इसे अवश्य सीखकर जीवन का हिस्सा बनाने की आवश्यकता है। बताया कि योग के बिना जीवन में कोई भी कार्य नहीं होता, सारे कार्य योग से होते हैं। आरएन यादव ने प्रो जयवीर सिंह आर्य काे स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। दिल्ली क्लासेज में डेमो देने के बाद शनिवार को गांव आये प्रो जयवीर सिंह आर्य का आस-पास के गांव के ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया। इस मौके पर शिव नरेश यादव, शैलेंद्र आदि ग्रामीण मौजूद रहे।