अलीगढ़ में भीख मांगतीं दिल्ली की पांच किशोरियां शक में पकड़ीं, चाइल्ड लाइन को सौंपी
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष के समक्ष आज होगी पेश देर रात पहुंचे अभिभावक।
जासं, अलीगढ़ : क्वार्सी क्षेत्र के सांगवान सिटी के पास खुद को मुसीबत में बताकर छपे पैंफ्लेट्स के जरिये भीख मांग रहीं दिल्ली की पांच किशोरियों को शक के आधार पर युवा हिदू दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित पंडित ने स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस को सौंप दिया। महिलाओं ने थाने पहुंचकर हंगामा काटा और किशोरियों को उन्हें सौंपने की मांग की। पुलिस ने फिलवक्त बच्चियों को चाइल्ड लाइन संस्था को सौंप दिया है।
युवा हिदू दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित पंडित शुक्रवार को कार से किसी काम से सांगवान सिटी की ओर जा रहे थे। रास्ते में उन्हें 14 से 16 साल की पांच किशोरियों ने रोक लिया और खुद को मुसीबत में बताते हुए मदद के नाम पर भीख मांगी। पंडित ने उनसे नाम-पते बताने को कहा, लेकिन उन्होंने टाल दिया और संतोषजनक जवाब नहीं दे सकीं। स्थानीय लोग भी आ गए। उन्होंने भी एकांत वाले इलाके में नाबालिग बच्चियों के घूमने व किसी अनहोनी की आशंका पर पुलिस को बुला लिया। उनकी मांग थी कि पुलिस उनकी जांच पड़ताल करे और उनके मां-बाप की जानकारी कर उन्हें सौंपे। कहीं कोई गिरोह तो उनसे इस तरह भीख तो नहीं मंगवा रहा है। पुलिस बच्चियों को लेकर थाने आ गई। यहां कुछ ही देर में बच्चियों के पक्ष में तमाम महिलाएं आ गईं व उन्हें छोड़ने की मांग कर हंगामा करने लगीं। एसएसआइ चंचल सिरोही ने बताया कि बच्चियों ने खुद को दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके की रहने वाली बताया है। उनके पास से कुछ पैंफ्लेट्स मिले हैं, जिसमें उन्होंने खुद को रानीपुर की रहने वाली बताते हुए मुसीबत में होने पर अपना घर, परिवार छोड़ने और खाने-पीने से लाचार होने पर मदद की अपील की गई है। उन्होंने बताया कि बच्चियों को चाइल्ड लाइन संस्था को सौंप दिया गया है। चाइल्ड लाइन के डायरेक्टर ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि देर रात खुद को बच्चियों के मां-बाप बताने वाले कुछ लोग अलीगढ़ आ गए हैं, जिनके दस्तावेजों की जांच कराकर बच्चियों को बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष के समक्ष पेश किया जाएगा । इसके बाद ही उन्हें सुपुर्दगी में देने की कार्रवाई की जाएगी।
चुपके से खिसकीं पक्ष में आईं महिलाएं : किशोरियों को लेकर थाने पहुंचने पर उनको अपना परिवारिक सदस्य बताते हुए कुछ महिलाएं थाने पहुंच गईं और छोड़ने की मांग करते हुए हंगामा करने लगीं। पुलिस ने उन्हें कड़े तेवर दिखाए तो पहले माफी मांगने लगीं, फिर चुपके से खिसक गईं। महिलाएं कौन थीं? इस बारे में पुलिस जांच कर रही है।