Move to Jagran APP

सिंचाई के लिए परेशान किसान, कैसे करें बुवाई व रोपाई ? Aligarh news

किसान अपने खेतों में विभिन्न प्रकार की फसल की बुवाई कर रहा है तो कहीं फसल खड़ी हुई है। उसके लिए पानी की विशेष जरूरत होती है।

By Parul RawatEdited By: Published: Tue, 23 Jun 2020 07:30 PM (IST)Updated: Tue, 23 Jun 2020 07:30 PM (IST)
सिंचाई के लिए परेशान किसान, कैसे करें बुवाई व रोपाई ? Aligarh news
सिंचाई के लिए परेशान किसान, कैसे करें बुवाई व रोपाई ? Aligarh news

अलीगढ़, [जेएनएन]। सरकार किसानों के उत्पादन का मूल्य 2022 तक दोगुना करने की घोषणा कर चुकी है लेकिन जमीनी हकीकत देखें तो किसानों की समस्याएं कम नहीं हो रहीं। जब किसानों का उत्पादन ही कम होगा तो दोगुने मूल्य से क्या फायदा होगा। क्षेत्र में इस समय गर्मी अपनी चरम सीमा पर है। आसमान की ओर टकटकी लगाकर देखते किसान को इधर भी निराश होना पड़ता है क्योंकि बादल तो आते हैं बरसते नहीं। किसान अपने खेतों में विभिन्न प्रकार की फसल की बुवाई कर रहा है तो कहीं फसल खड़ी हुई है। उसके लिए पानी की विशेष जरूरत होती है। कहीं, मक्का, बाजरा, पिपरमेंट तो कहीं, सबसे ज्यादा की जाने वाली धान की रोपाई का समय चल रहा है। इन सभी फसलों की सिंचाई के लिए भीषण गर्मी में पानी की विशेष आवश्यकता है। बारिश न होने पर किसान रजबहा की ओर देखते हैैं। पर इस क्षेत्र से गुजरने वाले हरदुआगंज रजबहा जो किसानों के लिए सस्ता एवं सुलभ साधन था वह हमेशा सूखा पड़ा रहता है। गांव की महिलाएं उसका प्रयोग उपले पाथने में ही लेती हैं लेकिन पानी कभी नहीं आता। इधर किसानों को विद्युत कटौती भी रुलाती रहती है। बिजली शेड्यूल के हिसाब से न मिलने के कारण किसान ठीक से ट्यूबवेल भी नहीं चला पा रहे। इससे किसानों की आंखों में आंसू छलक आते हैं।

loksabha election banner

इंजन से करनी पड़ती है सिंचाई

किसानों को महंगे डीजल इंजन से सिंचाई करनी पड़ती है। गांव कुरहला निवासी पवन कुमार कहते हैं खेत में बाजरा की फसल है। रजबहे में पानी न आने के कारण इंजन से या ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ती है। इसी गांव के निवासी किसान विनोद कुमार कहते हैं इस समय खेतों में पिपरमेंट व बाजरा की खेती की है। साथ ही धान की रोपाई की पूरी तैयारियां भी हैैं लेकिन भीषण गर्मी में सिंचाई के पर्याप्त साधन नहीं है। गांव बरहद निवासी किसान भीकम्बर सिंह कहते हैं इस समय धान रोपने की तैयारियां चल रही है लेकिन बंबा में पानी ना आने के कारण डीजल इंजन से ही सिंचाई करनी पड़ेगी, जबकि धान की फसल के लिए पानी की ज्यादा आवश्यकता होगी। क्षेत्र में एक ही बंबा है जिसके सहारे ग्राम कटरा मलोई, बरहद, मतवारी, बघियार, नगला बरी, विजयगढ़, खंडवा सहित लगभग एक दर्जन गांव के किसानों का बरसों पूर्व सिंचाई कार्य होता था लेकिन अब यह बंबा सूखा पड़ा रहता है।

सिंचाई की व्यवस्था नहीं

बघियार के पूर्व प्रधान देवराज सिंह यादव ने बताया कि हम सभी किसान धान की रोपाई के लिए तैयारी कर रहे हैं। मक्का-बाजरा की फसल भी खड़ी हुई है लेकिन सिंचाई की व्यवस्था पर्याप्त नहीं है। बंबा में पानी ना आने से परेशानी बढ़ी है। बघियार के बच्चू सिंह ने बताया कि हरदुआगंज रजबहे में कई वर्षों से पानी नहीं आया है। किसानों को राहत तभी मिल सकती है जब इसमें प्रतिदिन पानी पर्याप्त मात्रा में आता रहे। इससे गरीब किसान व मजदूरों को काफी राहत मिलेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.