हरियाणा सरकार के विरोध में उतरे किसान संगठन, फूंक रहे पुतले, जानिए मामला Aligarh news
करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर किसान संगठनों में आक्रोश है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के तमाम गुट इसका विरोध कर रहे हैं। भाकियू स्वराज के बैनर तले हरियाणा सरकार का फूंका गया। किसान नेताओं ने वहां एसडीएम पर कार्रवाई की मांग की है।
अलीगढ़, जेएनएन। करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर किसान संगठनों में आक्रोश है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के तमाम गुट इसका विरोध कर रहे हैं। भाकियू स्वराज के बैनर तले हरियाणा सरकार का फूंका गया। किसान नेताओं ने वहां एसडीएम पर कार्रवाई की मांग की है। अतरौली में आयाेजित पंचायत में किसान नेताओं ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों पर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की गई है।
करनाल में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों पर कार्रवाई की निंदा
भाकियू स्वराज के जिलाध्यक्ष व हरियाणा प्रदेश प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने अतरौली तहसील के गांव कासिमपुर में रविवार को पंचायत बुलाई, जिसकी अध्यक्षता मंडल महासचिव शिवशंकर सिंह ने की और संचालन मंडल उपाध्यक्ष बौबी यदुवंशी ने किया। हरियाणा प्रदेश प्रभारी ने बताया कि 28 अगस्त को करनाल में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों पर हरियाणा सरकार द्वारा की गई निंदनीय है। किसानों के खिलाफ यह हिंसा मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में उस समय हुई जब मुख्यमंत्री के एक कार्यक्रम में स्थानीय किसानों द्वारा काले झंडे दिखाकर विरोध किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि किसान अब पीछे नहीं हटेंगे। कृषि कानून विरोधी आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता। सरकार के दमनकारी हथकंडे किसानों के संकल्प और शांतिपूर्ण आंदोलन को मजबूत करेंगे। आने वाले दिनों में संघर्ष और तेज होगा। उन्होंने कहा किसानों पर की गयी कार्रवाई से आंदोलन प्रभावित नहीं होगा। सरकार द्वारा अपनाये जा रहे रवैये से किसानों का हौसला और बुलंद होगा।
कासिमपुर खुशीपुरा चौराहे पर हरियाणा सरकार का फूंका पुतला
पंचायत से ब्लाक उपाध्यक्ष डा. अखिलेश यादव ने कासिमपुर खुशीपुरा चौराहे पर हरियाणा सरकार का पुतला दहन नारेबाजी की। डा. अखिलेश ने बताया कि गांव-गांव किसानों से संपर्क में आंदोलन को तेज करने का प्रयास किया जाएगा। अन्य किसान संगठन भी हरियाणा सरकार का विरोध कर रहे हैं। पंचायत में ग्राम अध्यक्ष प्रमोद यादव, पप्पू यादव, संतोष कुमार, सनी कुमार आदि पदाधिकारी व किसान मौजूद रहे।