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हाथरस में आवारा गौवंश से फसल बचाने को किसानों ने निकाला नया तरीका, जानिए विस्‍तार से

उत्‍तर प्रदेश के जनपद हाथरस में आवारा गोवंश से फसल को बचाने के लिए किसानों ने अनूठा तरीका निकाला है। सादाबाद में किसान आलू की फसल की तैयारी कर रहे हैंं। फसल को आवारा गोवंश से फसल को बचाने की कवायद भी करना प्रारंभ कर दिया है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 10:45 AM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 10:45 AM (IST)
हाथरस में आवारा गौवंश से फसल बचाने को किसानों ने निकाला नया तरीका, जानिए विस्‍तार से
सादाबाद में किसान आलू की फसल की तैयारी कर रहे हैंं।

हाथरस, जेएनएन। उत्‍तर प्रदेश के जनपद हाथरस में आवारा गोवंश से फसल को बचाने के लिए किसानों ने अनूठा तरीका निकाला है।  सादाबाद  में किसान आलू की फसल की तैयारी कर रहे हैंं। फसल को आवारा गोवंश से फसल को बचाने की कवायद भी करना प्रारंभ कर दिया है। पूर्व में आवारा गोवंश के आतंक से त्रस्त किसानों  इस बार कटीले तारों के साथ लोहे की चादर भी खेत की बाउंड्री पर लगाना प्रारंभ कर दिया है, ताकि आवारा गोवंश खेत में प्रवेश ही ना कर सकें।

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अस्थाई गौशाला निष्क्रिय

बता दें कि पूर्व में कई ग्राम पंचायतों में आवारा गोवंश के को लेकर प्रशासन द्वारा स्थाई गौशाला का निर्माण कराया गया था। लेकिन खेतों से फसल हटने के साथ ही अस्थाई गौशाला को निष्क्रिय कर दिया जाता है। जिसके कारण आवारा गोवंश खेतों में जाकर से फसल को नष्ट करने का काम करते हैं। लेकिन इस बार आलू की फसल करने से पूर्व ही किसान आवारा गोवंश का इंतजाम कर रहे हैं। क्योंकि खेत में आलू गाड़ने के बाद आवारा गोवंश खेतों में घुसकर फसल को पूरी तरह से बर्बाद करना प्रारंभ कर देते हैं। आलू के बने बनाए खेतों को पूरी तरह से बिगाड़ कर रख देते हैं।जिससे खेत में सही प्रकार से ना तो पानी लग सकता है, नहीं उक्त खेत में जिसे आवारा गोवंश ने खराब कर दिया उसमें ठीक प्रकार से फसल हो सकती है।उसी को लेकर किसान पूर्व से ही सतर्कता बरत रहा है। हाल ही में आलू की फसल का गड़ना प्रारंभ हुआ है। लेकिन किसान उससे पहले ही खेत की व्यवस्था को चारों तरफ से चाक-चौबंद कर रहे हैं। 

 किसान ऐसे बचा रहे फसल

सादाबाद के नगला गिरधारी मार्ग स्थित खेतों में किसानों ने खेत के चारों तरफ कटीले तारों की बाउंड्री लगाकर लोहे की चादर भी लगाना प्रारंभ कर दिया है। जिससे कि आवारा गोवंश कटीले तारों में से प्रवेश कर सकता है। लेकिन लोहे की चादर से प्रवेश नहीं कर सकता है। अब किसानों का यह प्रयोग कब तक काम कर साबित होगा। यह देखना बाकी है।बहरहाल किसान अपनी फसल के लिए कुछ भी करने को तैयार हो गया है


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