स्वस्थ जीवन के लिए जैविक खेती जरूरी, प्रोत्साहित किए जा रहे किसान Aligarh news
खेती में रसायनों के बढ़ते प्रयोग से सरकार भी चिंतित है। इसके लिए किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। मंडल व जिला स्तर पर हो रहीं कृषि गोष्ठियाें में अधिकारी जैविक उत्पाद बाजार में उतारने की सलाह किसानों को दे रहे हैं।
अलीगढ़, जेएनएन : खेती में रसायनों के बढ़ते प्रयोग से सरकार भी चिंतित है। इसके लिए किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। मंडल व जिला स्तर पर हो रहीं कृषि गोष्ठियाें में अधिकारी जैविक उत्पाद बाजार में उतारने की सलाह किसानों को दे रहे हैं। इंटरनेट मीडिया के जरिए भी नसीहतें दी जा रही हैं। प्रत्येक ब्लाक में दो हेक्टेयर भूमि पर जैविक खेती कराने के दिशा-निर्देश जारी हुए हैं।
धनीपुर मंडी में महीने में दो बार लगता है बाजार
जैविक खेती कर रहे किसानों के लिए शासन द्वारा जिला स्तर पर जैविक उत्पाद बाजार स्थापित करने के दिशा-निर्देश जारी हुए थे। अलीगढ़ की धनीपुर मंडी में महीने में दो बार ये बाजार लगता है। यहां किसान अपने जैविक उत्पाद के स्टाल लगाते हैं। गेहूं, चावल, दालें, सरसों का तेल समेत तमाम उत्पाद स्टाल पर सजे नजर आते हैं। पिछले दिनों कमिश्नर गौरव दयाल ने जैविक खेती से जुड़े किसानों को प्रोत्साहित करने के दिशा-निर्देश दिए थे। कृषि विभाग के अधिकारियों से किसानों से संपर्क करना शुरू कर दिया। किसानों को रासायनिक खेती और जैविक खेती में अंतर बताया जा रहा है। लागत से लेकर स्वास्थ्य पर कृषि उत्पाद के पड़ते प्रभावों की जानकारी भी दी जा रही है। उप कृषि निदेशक डा. वीके सचान बताते हैं कि जैविक उत्पाद हर लिहाज से बेहतर हैं। जैविक खेती में लागत कम आती है, मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनी रहती है। सिंचाई की आवश्यकता कम होती है। स्वास्थ्य के लिए जैविक उत्पादन लाभकारी है।