किसान नेता बोले, धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए आगे आएं किसान
कृषि कानूनों के विरोध में सड़काें पर किसानों की अगुवाई कर रहे किसान नेता अब धर्म अौर संस्कृति की रक्षा के लिए किसानों को आगे आने का आह्वान कर रहे हैं। अचल सरोवर में लगी भगवान महादेव की विशाल प्रतिमा की दिशा को लेकर यही अपील की है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। कृषि कानूनों के विरोध में सड़काें पर किसानों की अगुवाई कर रहे किसान नेता अब धर्म अौर संस्कृति की रक्षा के लिए किसानों को आगे आने का आह्वान कर रहे हैं। अचल सरोवर में लगी भगवान महादेव की विशाल प्रतिमा की दिशा को लेकर यही अपील की है। मंगलवार को इसी संबंध में बैठक आयोजित हुई, जिसमें प्रतिमा की दिशा बदलने की मांग की गई।
यह है मामला
भारतीय किसान यूनियन (स्वराज) द्वारा गांव उदिया नगला स्थित मां चामुंडा मंदिर में बैठक आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुनहरी यादव ने की और संचालन ग्राम अध्यक्ष सुरेश यादव ने किया। ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष ने बताया कि स्वराज के जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने निर्णय लिया है कि अलीगढ़ के प्रसिद्ध अचल सरोवर में लगी महादेव की प्रतिमा शास्त्र विरुद्ध स्थापित हो रही हैं। जबकि, जनपद के ब्राह्मण व संत समाज का मत है कि महादेव की प्रतिमा दक्षिण दिशा में लगी होने से जनपद के विकास में अवरोध उत्पन्न होगा। गंगा नदी अचल सरोवर से उत्तर दिशा में है व महानगर का रामलीला मैदान भी जीटी रोड पर पड़ता है, जहां रामलीला होती हैं। भगवान शिव का मुख इसी ओर होना चाहिए। प्रतिमा की स्थापना दक्षिण दिशा में जबरन क्यों की जा रही है। जबकि, शास्त्रों में बताया गया है कि पीठ की तरफ नमन करने से किए गए पुण्य भी क्षीण हो जातें हैं। दक्षिण दिशा में मुख होने से जीटी रोड से नमन करने वाले श्रद्धालुओं के पुण्य भी क्षीण हो जाएंगे। बैठक में निर्णय लिया गया कि अब किसानों को भी धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए आवाज उठानी होगी। संत समाज के साथ भाकियू ( स्वराज) सड़क पर आंदोलन करने के लिए तैयार है। जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने महाराज बृजेश शास्त्री से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि भाकियू स्वराज अलीगढ़ इकाई के पदाधिकारियों ने धर्म और संस्कृति बचाने की शपथ ली है। दक्षिण दिशा में भगवान महादेव की प्रतिमा नहीं लगने दी जाएगी।