अब यदि कस्तूरबा छात्राओं को कमजोर समझा तो पड़ जाएंगे लेने के देने, जानिए कैसे Aligarh News
बेटियों की सुरक्षा व उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए शासन की ओर से कई कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। मिशन शक्ति अभियान भी चलाया गया है। इसके तहत छात्राओं व बेटियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं।
By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Tue, 30 Mar 2021 07:11 AM (IST)Updated: Tue, 30 Mar 2021 07:11 AM (IST)
अलीगढ़, जेएनएन। बेटियों की सुरक्षा व उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए शासन की ओर से कई कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। मिशन शक्ति अभियान भी चलाया गया है। इसके तहत छात्राओं व बेटियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं। बेटियों की भागीदारी कुछ संस्थानों से कम है तो कुछ संस्थानों से ज्यादा है। ज्यादा संख्या में बेटियां आत्मरक्षा का प्रशिक्षण लें और विषम परिस्थितियाें का सामना कर सकें, इसके लिए शासन स्तर से नई योजना शुरू की जा रही है। इसका लाभ बेटियों को मिलेगा। साथ ही शिक्षिकाएं भी इसके प्रति जागरूक होंगी।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 31 मार्च तक अवकाश घोषित
अभी बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 31 मार्च तक अवकाश घोषित किया गया है। एक अप्रैल से नया सत्र शुरू होगा। इसके तहत कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों मेें भी पढ़ाई शुरू होगी। यहां कक्षा छह से आठवीं तक की छात्राएं पढ़ती हैं। जिले में 13 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय हैं। इनमें प्रति विद्यालय 100 छात्राओं के हिसाब से 1300 छात्राएं अध्ययन करती हैं। नए सत्र में स्कूलों में पढ़ाई शुरू होने के साथ ही उनको आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसके लिए उनको ताइक्वांडो सिखाने की व्यवस्था की गई है। छात्राओं को ताइक्वांडो के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के जरिए इस विधा का ज्ञान कराया जाएगा। इसको मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत जोड़कर किया जाएगा। हर छात्रा को यह प्रशिक्षण दिलाया जाना अनिवार्य किया गया है। इसकी रिपोर्ट भी बीएसए कार्यालय में भेजी जाएगी। रिपोर्ट भी फोटो आख्या के साथ देने के निर्देश जारी किए गए हैं। हर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में ताइक्वांडो के प्रशिक्षण के लिए विशेषज्ञों की उपलब्धता के लिए खेल विभाग से भी संपर्क किया जा रहा है। कोशिश की जा रही है कि बेटियों को ताइक्वांडो के गुर सिखाने के लिए अगर महिला प्रशिक्षक मिल जाएं।
ग्रुप बनाकर दिलाया जाएगा प्रशिक्षण
कोराना संक्रमण के खतरे से बचने के लिए पांच से सात छात्राओं के ग्रुप बनाकर दूर-दूर खड़ा कर प्रशिक्षण देने पर विचार किया जा रहा है। छात्राओं की कोरोना जांच कराने के निर्देश भी पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साधा जा रहा है। स्वस्थ्य छात्राओं को एक-दूसरे पर प्रहार करने व आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाएंगे।
बीएसए डा. लक्ष्मीकांत पांडेय ने कहा कि नए सत्र से विद्यालय खुलने पर कस्तूरबा विद्यालयों की छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाने की व्यवस्था की जार रही है। जिला पीटाआइ को व्यवस्था बनाने के निर्देश भी दिए हैं। विधिवत कक्षाओं के संचालन के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू कराया जाएगा। इससे छात्राओं में आत्मविश्वास भी जगेगा।
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