अलीगढ़ में प्रवर्तन दल सक्रिय, सड़कों से हटेंगे अतिक्रमण
फिर चलेगा अभियान एसएसपी से की जाएगी पुलिस के हस्तक्षेप की मांग।
जासं, अलीगढ़ : पिछले छह माह से खाली बैठा नगर निगम का प्रवर्तन दल फिर सक्रिय हो गया है। शहर में अतिक्रमण के खिलाफ ठोस अभियान चलाने की रूपरेखा तैयार की जा रही है। नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह एसएसपी को पत्र लिख रहे हैं, जिससे निगम के अतिक्रमण हटाने के बाद इलाका पुलिस वहां अतिक्रमण न होने दे।
शहरों में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई न होने से शासन ने प्रदेश के सभी नगर निगमों में सेना के रिटायर्ड अफसरों की तैनाती कर प्रवर्तन दल बनाने के निर्देश दिए थे। जनवरी में यहां रिटायर्ड कर्नल निशीथ सिघल की तैनाती हुई। रिटायर्ड कर्नल के प्रवर्तन दल की कमान संभालने के बाद अतिक्रमण के खिलाफ छह फरवरी को पहली कार्रवाई हुई थी। रिटायर्ड कर्नल की अगुवाई में प्रवर्तन दल ने क्वार्सी चौराहे से रामघाट रोड पर अतिक्रमण हटवाया। नाले के ऊपर से स्थायी, अस्थायी अतिक्रमण ध्वस्त करा दिए गए। सड़क पर रखा दुकानदारों का सामान जब्त कर लिया, जिसे जुर्माना वसूलने के बाद मुक्त किया गया। तब पार्किंग न होने पर भी प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई हुई थी। कुल 49200 रुपये जुर्माना वसूला गया था। एक हफ्ते तक अभियान चला, फिर बंद हो गया। इसके बाद कोरोना संकट के चलते अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई ठप रही। बीच-बीच में प्रवर्तन दल ने कुछ स्थानों पर अतिक्रमण हटाया था, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी। जिन सड़कों से अतिक्रमण हटाए गए थे, वहां पुन: कब्जा हो गया। प्रतिष्ठानों के आगे वाहनों का जमावड़ा लगने लगा। सड़क किनारे खोखे, कैनोपी, भट्ठी, बैनर लग गए। नगर निगम ने भी कार्रवाई में रुचि नहीं ली। ठेल, ढकेल सड़कों पर ही खड़ी हो रही हैं।
पुलिस भी समझे जिम्मेदारी
नियमानुसार एक बार अतिक्रमण हटने के बाद पुन: अतिक्रमण न हो, इसकी जिम्मेदारी संबंधित थाना पुलिस की होती है। चौकी प्रभारी को नियमित निरीक्षण करना होता है, लेकिन ऐसा कहीं देखने को नहीं मिलता है।
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प्रवर्तन दल को निर्देश दिए हैं कि नियमित अभियान चलाए, जिससे सड़कों पर अतिक्रमण न हो सके। एसएसपी को पत्र लिख रहे हैं कि अतिक्रमण हटने के बाद वहां पुन: अतिक्रमण न होने दिया जाए।
प्रेम रंजन सिंह, नगर आयुक्त