कर्मचारी अब जिला मुख्यालय को ऐसे देंगे हाजिरी, अफसरों ने लिया अहम निर्णय
जिले के सामुदायिक शौचालयों के बंद होने और रखरखाव न होने की शिकायतों के बीच पंचायती राज विभाग ने निर्णय लिया है कि अब रखरखाव करने वाले समूह को रोजाना वाट््सएप के जरिए हाजिरी जिला मुख्यालय को भेजनी होगी।
हाथरस, जागरण संवाददाता। जिले के सामुदायिक शौचालयों के बंद होने और रखरखाव न होने की शिकायतों के बीच पंचायती राज विभाग ने निर्णय लिया है कि अब रखरखाव करने वाले समूह को रोजाना वाट््सएप के जरिए हाजिरी जिला मुख्यालय को भेजनी होगी।
सचिवों ने लिया अहम निर्णय
यह जानकारी पंचायती राज विभाग के जीडी जैन ने शनिवार को दी। उन्होंने बताया कि जिले की हर पंचायत में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया था। शासन की सोच थी कि इन गांव में सामुदायिक शौचालय बनने के बाद खुले में शौच की शिकायतों पर पूरी तरह से विराम लग सकेगा। सामुदायिक शौचालय बनने के बाद उनको रखरखाव के लिए महिला स्वयं सहायता समूह के सपुर्द किया गया था। मगर लगातार शिकायतें आ रही थीं कि कुछ शौचालय बंद हैं तो कुछ पर रखरखाव नहीं हो रहा है। ऐसे में जिले के सभी पंचायत सचिवों को निर्देशित किया गया है कि वह समूह से ये सुनिश्चित कराएं कि रोजाना उनकी हाजिरी जिला मुख्यालय यानी पंचायती राज विभाग के दफ्तर में होनी चाहिए। अन्यथा की स्थिति में उनके खिलाफ संबंधित विभाग को कार्यवाही के लिए लिख दिया जाएगा।
ये है योजना
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त बनाने के लिए हर गांव पंचायत में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया गया था। प्रथम सामुदायिक शौचालय का निर्माण केंद्र सरकार की ओर से पीआईजीएफ से और दूसरे सामुदायिक शौचालय का निर्माण 14 वें वित्त आयोग की धनराशि खर्च करने का निर्णय लिया गया था ।