अलीगढ़ में सीएमएस के खिलाफ कार्रवाई पर अड़े कर्मी, कार्य बहिष्कार कर दिया धरना
जिला अस्पताल में सीएमएस कक्ष के बाहर नारेबाजी एसीएम को दिया ज्ञापन।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : जिला अस्पताल में तैनात महिला बाबू मीना कुमारी के साथ अभद्रता के मामले में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सीएमएस डा. रामकिशन के खिलाफ कार्रवाई पर अड़ गए हैं। बुधवार को यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन के बैनरतले कर्मियों ने जिला अस्पताल में सीएमएस कक्ष के बाहर धरना प्रदर्शन किया। सीएमएस के खिलाफ नारेबाजी की। एलान किया कि जब तक कार्रवाई नहीं होती, तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। डीएम को संबोधित ज्ञापन एसीएम प्रथम संजय मिश्र को दिया। पदाधिकारियों का दावा है कि गुरुवार से फार्मासिस्ट, बेसिक हेल्थ वर्कर, चतुर्थ श्रेणी समेत अन्य संगठनों का भी समर्थन मिलेगा।
जिला अस्पताल कार्यालय में मीना कुमारी वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत हैं। मंगलवार को यह हर दिन की तरह कार्यालय में काम कर रही थीं। आरोप है कि दोपहर में सीएमएस ने इन्हें फाइल पर हस्ताक्षर के लिए अपने आवास पर बुलाया। यहां इनके साथ अभद्रता की गई। तेज आवाज में डांट लगाई गई। इससे मीना कुमारी बेहोश होकर गिर पड़ीं। साथी कर्मचारी इन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे। यहां कर्मचारी नेता पहुंच गए। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। उपचार के बाद शाम को मीना कुमारी घर चली गईं। बुधवार को यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन के तत्वावधान में कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर जिला अस्पताल में धरना शुरू कर दिया। सीएमओ कार्यालय के बाबू भी शामिल हुए। इससे जरूरी काम प्रभावित हुए। दोपहर में कर्मचारी कलक्ट्रेट पहुंचे और डीएम को संबोधित ज्ञापन एसीएम प्रथम को सौंपा। जिला मंत्री विनयकांत अग्निहोत्री व वरिष्ठ उपाध्यक्ष गजेंद्र कुमार सेंगर ने बताया कि जब तक सीएमएस के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, कार्य बहिष्कार व धरना जारी रहेगा। उन्होंने मांग की कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों से अवैध रूप से कराए जाने वाले कामों को बंद कराया जाए। सीएमएस आवास पर नियमों के खिलाफ बनाए गए कार्यालय को बंद किया जाए। इस मौके पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के संरक्षक उदयराज सिह, अध्यक्ष डा. नरेश कुमार, राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी, विमल सिंह, जितेंद्र सिंह मौजूद रहे।