चुनावी मोड़ आ गया रालोद, किसान-मजदूरों के दर पर दावेदार
रालोद भी चुनावी मोड़ में आ गया है। बुधवार को खैर व इगलास विधानसभा क्षेत्रों में बैठकें हुई। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने कार्यकर्ताआें को एक ही लक्ष्य दिया है वह भी जीत का सजग भी किया है कि टिकट एक व्यक्ति को मिलेगी।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। रालोद भी चुनावी मोड़ में आ गया है। हाल ही में खैर व इगलास विधानसभा क्षेत्रों में बैठकें हुई। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने कार्यकर्ताआें को एक ही लक्ष्य दिया है, वह भी जीत का, सजग भी किया है कि टिकट एक व्यक्ति को मिलेगी। दावेदारों की फेहरिस्त लंभी है। इस लिए रालोद का प्रतीक चिन्ह नल को ही प्रत्याशी मानकर किसान, मजदूर व गरीबों के दर जाएं। युवा बेरोजगारों के हक के बारे में अवगत कराए।
अजित का संघर्ष याद दिलाया
जिलाध्यक्ष चौ. कालीचरण सिंह व पूर्व जिलाध्यक्ष रामबहादुर चौधरी ने जनसभाओं में भाजपा सरकारों पर जमकर प्रहार कर रहे हैं। वे किसानों की अनदेखी पर सरकारों को लताड़ लगाई। किसानों को किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह व रालोद संस्थापक चौ. अजित से के संघर्ष को याद दिलाया। किसनों की दुर्दशा पर खेद भी व्यक्त किया। उन्होंन कहा कि हम किसानों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। गन्ना किसान की गन्ना उपज को लेकर भी चर्चा की। रसायनिक उर्वरक की बढ़ती कीमतों पर गुस्सा जताया। डीएपी की कमी को लेकर नेताओं ने योगी सरकार को घेरा है। पूर्व प्रदेश महासचिव अब्दुला शेरवानी का कहना है कि भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार मनमानी पर उतारू है। कृषि कानूनों के विरोध में देश का किसान शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहा है, फिर भी सरकार किसानों की दुर्दशा पर सरकार चुप्पी साधे हुए है। देश का अन्नदाता को फसल के वाजिव दाम नहीं मिल रहे। डीजल-पेट्रोल पर पहले दाम बढ़ाए और अब घटा दिए। भाजपा सरकारों का यह दोहरा चरित्र है। रासायनिक खादों की बेतहाशा वृद्धि ने फसल की उपज को मंहगी हो रही है। इन सरकारों को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में हर तबका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए आमदा है।
यह किया दावा
प्रदेश में रालोद के पक्ष में माहौल बन चुका है। राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. जयंत सिंह के कमान संभालने के बाद आशीर्वाद पथ रैलियों में भीड़ उमड़ कर आई। उनकी अन्य जनसभाएं व रैलियों में जन सैलाव उमड़ रहा है। पूर्व विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंशी अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान भाजपा सरकारों की मनमानी व किसान व मजदूर, बेराेजगारों की अनदेखी के बारे में जन जन तक तमाम दावे कर रहे हैं। किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह व चौ. अजित सिंह ने ताउम्र किसान व मजदूरों के हितों के लिए संघर्ष के बारे में बता रहे हैं।