चुनाव न आचार संहिता का पहरा, फिर भी ढका अखिलेश व राकेश का चेहरा Aligarh news
2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से ढका है धनीपुर मंडी का स्वागत द्वार अनदेखी । नगर निगम व प्रशासनिक लापरवाही से नहीं हटा बोर्ड से पर्दा ।
अलीगढ़, [जेएनएन]। न तो चुनावी माहौल है, न आचार संहिता का पहरा। फिर भी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व छर्रा के पूर्व विधायक राकेश सिंह के फोटो लगा बोर्ड पर्दे से ढका हुआ है। धनीपुर मंडी के सामने लगे बोर्ड पर हर दिन तमाम अफसरों की निगाहें जाती हैं, लेकिन पर्दा नहीं हटावाया गया। यहां से निकलने वाले राहगीरों की निगाहें इस पर पड़ती है। प्रशासन इस अनदेखी से सपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश है । 2012 से 2017 तक सपा सरकार में छर्रा से राकेश सिंह विधायक रहे थे। उन्होंने विधायक निधि से सबसे अधिक स्वागत द्वार बनवाए थे। एक द्वार धनीपुर मंडी के सामने भी बनवाया था। नियमों के मुताबिक चुनावी दौर में स्वागत द्वार भी आचार संहिता के उल्लंघन में आते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रशासन ने स्वागत द्वारों को पर्दे से ढकवा दिया था। चुनाव परिणाम आने के बाद पर्दों को हटाने की जिम्मेदारी प्रशासन की होती है। इसको करीब एक साल से ज्यादा बीत गया है, लेकिन बोर्ड ढका हुआ है।
अफसरों ने भी नहीं दिया ध्यान
जीटी रोड अलीगढ़ से कानपुर तक मुख्य मार्ग है। हर दिन यहां से हजारों लोगों का निकलना होता है। प्रशासनिक अफसर भीनिकलते हैं। कमिश्नर, डीएम, एडीएम, नगर निगम के अफसरों का यहां से आवागमन होता है। सरकारी संपत्ति होने के बाद भी किसी की निगाह इस पर नहीं पड़ती। विधायक राकेश सिंह ने विधायक निधि से सबसे अधिक स्वागत द्वार बनवाए थे। नियमों के मुताबिक चुनावी दौर में स्वागत द्वार भी आचार संहिता के उल्लंघन में आते हैं।
पर्दा हटना चाहिए
एसडीएम कोल संजीव ओझा का कहना है कि यह काम नगर निगम का होता है। चुनाव परिणाम के बाद ही पर्दा हटाया जाना चाहिए था। आचार संहिता तक ही इनके ढकने का नियम है।