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यूपी विधानसभा चुनाव 2022: बीमारी के बहाने से नहीं कटेगी चुनाव ड्यूटी, करनी होगी ये खास शर्त पूरी

यूपी विधानसभा चुनाव में डयूटी न करनी पडेे। इसलिए ड्यूटी कटवाने वाले कार्मिकों की भीड़ कलक्‍ट्रे में आजकल भीड़ लगी हुइ है। सीडीओ अंकित खंडेलवाल ने एक मेडिकल बोर्ड गठित कर दिया है। रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई होगी।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 08:50 AM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 08:50 AM (IST)
यूपी विधानसभा चुनाव 2022: बीमारी के बहाने से नहीं कटेगी चुनाव ड्यूटी, करनी होगी ये खास शर्त पूरी
बीमारी का बहाना गलत पाया गया तो कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।

अलीगढ़,जागरण संवाददाता। विधानसभा चुनाव की ड्यूटी से बचने के लिए कर्मचारी तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। ज्यादातर लोगों ने गंभीर बीमारी का हवाला देकर प्रार्थना पत्र सौंपा है। गुरुवार को कलक्ट्रेट के निर्वाचन कार्यालय में प्रार्थना पत्र देने वालों की भीड़ लगी रही। ऐसे में प्रार्थना पत्रों की बढ़ती संख्या को देखते सीडीओ अंकित खंडेलवाल ने एक मेडिकल बोर्ड गठित कर दिया है। मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। बीमारी का बहाना गलत पाया गया तो कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई भी होगी। वहीं, शादी विवाह का कारण बताने वाले लोगों के प्रार्थना पत्रों की भी जांच की जाएगी।

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एक बूथ पर चार कर्मी

जिले की सात विधानसभा सीटों पर पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान होना है। ऐसे में निर्वाचन विभाग इसकी तैयारियों में जुट गया है। 14 जनवरी से जिले में नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। अब शुक्रवार को नामांकन का अंतिम दिन है। ऐसे में कार्मिकों को प्रशिक्षण की शुरुआत हो गई है। इस बार जिले के 3117 बूथों पर चुनाव होना हैं। एक बूथ पर चार कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है। ऐसे में जिले के सभी बूथों पर कुल साढ़े 12 हजार कार्मिकों की ड्यूटी लगनी है। वहीं, कोरोना के चलते 25 फीसद कर्मचारियों को रिजर्व में रखा जा रहा है। अफसरों को चिंता है अगर चुनाव के दिन एन वक्त पर कोई संक्रमित मिला तो तत्काल उसकी जगह कार्मिक को बदल दिया जाएगा। ऐसे में करीब चार हजार से अधिक कार्मिक रिजर्व रखे जा रहे हैं, लेकिन ड्यूटी कटवाने वाले आवेदनों ने अफसरों की चिंता बढ़ा दी है। गुरुवार को कलक्ट्रेट में ड्यूटी कटवाने वाले कार्मिकों की भीड़ उमड़ पड़ी। दो घंटे में ही सैकड़ों में आवेदन आ गए। ऐसे में अब सीडीओ अंकित खंडेलवाल ने एक मेडिकल बोर्ड गठित कर दिया है। मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि चुनाव में कार्मिकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ऐसे में अगर कोई बीमारी का कारण बता रहा है तो उसकी जांच कराई जाएगी। इसके बाद ही अनुमति मिलेगी।


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