अलीगढ़ में ई टिकट का फर्जीवाड़ा पकड़ा, एक गिरफ्तार
आरपीएफ की क्राइम ब्रांच टीम ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए रेलवे की ई-टिकट के फर्जीवाड़े से पर्दा उठाया है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। आरपीएफ की क्राइम ब्रांच टीम ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए रेलवे की ई-टिकट के फर्जीवाड़े से पर्दा उठाया है। गांधीपार्क क्षेत्र के नौरंगाबाद स्थित राधे अपार्टमेंट में चल रहे ऑफिस में छापा मारकर टीम ने मास्टर माइंड को गिरफ्तार कर 11 टिकट बरामद की हैं। 11,14,665 रुपये की 643 टिकट का लेखाजोखा भी मिला है, जिन पर यात्रा हो चुकी है। लैपटॉप, प्रिंटर और नगदी भी मिली है।
तत्काल टिकट और रुपये बरामद
आरपीएफ क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार कौशिक के मुताबिक बुधवार को राधे अपार्टमेंट में स्काई लाइन ट्रैवल्स के दफ्तर पर छापा मारकर नितेश कुमार निवासी संजय गांधी कॉलोनी रावण टीला क्वार्सी को गिरफ्तार किया। यहां से 4075 रुपये की चार तत्काल टिकट व सात वे टिकटें जिन पर यात्रा हो चुकी है, बरामद हुईं। एक लैपटॉप, प्रिंटर, दो मोबाइल व 16,000 रुपये भी मिले। इंस्पेक्टर ने बताया कि अभियुक्त आठ पर्सनल मेल आइडी से ई-टिकट बनाता था। तीन साल से वह ये अवैध धंधा कर रहा है। अब तक 643 टिकट बना चुका है। टीम में एसआइ अमित कुमार, हेड कांस्टेबल नरेश कुमार, कांस्टेबल देवकी नंदन, चंदन शर्मा शामिल थे। प्रकरण की जांच आरपीएफ के एसआइ रामभरोसी मीणा कर रहे हैं।
ट्रैवल्स एजेंसी की आड़ में धंधा
रेलवे की ई-टिकट का धंधा ट्रैवल्स एजेंसियों की आड़ में चल रहा है। बीते वर्ष 10 नवंबर को क्राइम ब्रांच ने रेलवे रोड स्थित कोयले वाली गली में एसके टू एंड ट्रैवल्स एजेंसी के दफ्तर पर छापा मारकर ज्ञानेश कुमार को गिरफ्तार किया था। यहां से 40 टिकट बरामद हुईं। 198 टिकटों का लेखाजोखा भी मिला था। 19 नवंबर को नई कॉलोनी कासिमपुर पावर हाउस निवासी वरुण प्रताप के 11 टिकट बरामद की, 46 टिकट का विवरण भी मिला। तीन दिसंबर को टीम ने एटा के जलेसर निवासी कफील से 13 टिकट बरामद हुईं, 63 टिकट वह बेच चुका था। 10 दिसंबर को भी क्राइम ब्रांच ने इटावा के कल्पना नगर निवासी रोबिन जौहरी को गिरफ्तार कर फर्जीवाड़ा खोला था।