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अलीगढ़ में भीड़ बढ़ती गई, खदेड़ा तो हो गया बवाल

एक महीने से पंचायत चुनाव को लेकर सुरक्षा चाक-चौबंद करने में जुटी पुलिस की रणनीति अकराबाद में फेल हो गई। यहां अधिकारी मौके पर आए तो लगा कि विवाद शांत हो गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Apr 2021 09:15 PM (IST)Updated: Thu, 29 Apr 2021 09:15 PM (IST)
अलीगढ़ में भीड़ बढ़ती गई, खदेड़ा तो हो गया बवाल
अलीगढ़ में भीड़ बढ़ती गई, खदेड़ा तो हो गया बवाल

जासं, अलीगढ़ : एक महीने से पंचायत चुनाव को लेकर सुरक्षा चाक-चौबंद करने में जुटी पुलिस की रणनीति अकराबाद में फेल हो गई। यहां अधिकारी मौके पर आए तो लगा कि विवाद शांत हो गया। पुलिस ने लोगों को करीब डेढ़ घंटे समझाया। मतपेटी को सील कर दोबारा मतपेटी रखने की बात तक कही। भीड़ बढ़ती गई। लोग हूटिग करने लगे। फिर से मतदान कराने की मांग पर अड़ गए। सख्त चेतावनी के बाद भी लोग शांत न हुए तो पुलिस ने उखदेड़ना शुरू कर दिया। ग्रामीण उग्र हो गए और बवाल हो गया।

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अकराबाद विकास खंड व विजयगढ़ थाना क्षेत्र के गांव कठैरा आलमपुर में 1015 वोट हैं। यहां प्राथमिक विद्यालय आलमपुर में सुबह शांतिपूर्वक तरीके से मतदान शुरू हुआ। दो घंटे के अंदर 90 वोट पड़े कि फर्जी मतदान का हल्ला होने लगा। महिलाओं ने पुलिस पर मारपीट का भी आरोप लगाया। विवाद की वजह कुछ और भी बताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, एक महिला वोट डालने के लिए बूथ के अंदर गई तो उसके पास आधार कार्ड नहीं था। कर्मचारियों ने महिला से आधार कार्ड लाने को कहा। महिला कुछ देर के लिए बूथ के अंदर बैठ गई। इसी को लेकर बाहर मौजूद कुछ महिलाओं ने आरोप लगाया कि कर्मचारियों की सांठगांठ से मतदान में गड़बड़ की जा रही है। एक दारोगा ने महिला को समझाया तो उसने धक्कामुक्की कर दी। दारोगा ने महिला को हड़काया तो आरोप लगा दिया गया कि महिला को थप्पड़ मारा गया है। हंगामा हुआ तो एसडीएम कोल रंजीत सिंह, एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र पहुंच गए। पीएसी भी मौजूद थी। अफसरों ने लोगों को समझाया कि ऐसी कोई बात है तो सिद्ध करो। कार्रवाई की जाएगी। लोग पुनर्मतदान पर अड़ गए। अधिकारियों ने ये तक कहा कि जितने वोट पड़ गए हैं, उसकी मतपेटिका अलग करके सील कर देते हैं। नई मतपेटिका रखवाकर मतदान शुरू करने की बात कही। लोग नहीं माने और मतदान का बहिष्कार करने पर अड़े रहे। भीड़ हूटिग करने लगी। अफसरों ने माइक लेकर लोगों को समझाया कि शांतिपूर्वक मतदान करिए, नहीं तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इसके बाद सख्त कार्रवाई की बात कही गई। लोग ज्यादा हूटिग करने लगे तो सिपाहियों ने खदेड़ना शुरू कर दिया। तब तक भीड़ इतनी बढ़ चुकी थी कि पुलिस भी कम पड़ गई। लोगों ने पथराव कर दिया। इसमें हाथरस की सीओ की गाड़ी में बैठे चालक सिपाही विनोद कुमार का सिर फट गया। दो अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।

शाम तक जमे रहे एसपी ट्रैफिक : बवाल को शांत कराने के बाद एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र मतदान संपन्न होने तक पोलिग बूथ पर मौजूद रहे। आरोपितों की धरपकड़ भी की। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि आपस में कुछ लोग फर्जी मतदान की बात कह रहे थे। उन्हें समझाया गया। आश्वासन भी दिया कि अगर फर्जी मतदान हो रहा है तो कार्रवाई की जाएगी। लोग लगातार इसी बात पर अड़े थे कि हमें वोट नहीं डालना है। हंगामा करने लगे। पथराव कर दिया। इन्हें खदेड़ा तो कुछ पुलिसकर्मियों के भी पत्थर लगे हैं। तीन-चार गाड़ियों के शीशे टूटे हैं। सेक्टर मजिस्ट्रेट की गाड़ी बाहर खड़ी थी, जिसमें से एक खाली मतपेटी गायब है। चुनाव संबंधी कागजों का बैग भी गायब है, जिसकी तलाश की जा रही है। मतदान केंद्र के अंदर सब ठीक है। सारी मतपेटियां मौजूद हैं। 15 आरोपित पकड़े गए हैं। घटना के दौरान वीडियोग्राफी करवाई गई थी। इसके आधार पर आरोपितों को चिह्नित किया जा रहा है। गांव में फोर्स तैनात किया गया है। महिलाओं का आरोप, निर्दोषों को पकड़ा

पुलिस ने गांव में आरोपितों की धरपकड़ मचाई तो खलबली मच गई। कुछ महिलाओं का आरोप था कि पुलिस ने निर्दोषों को हिरासत में लिया है। कहा, उनके बच्चे उसी वक्त बूथ पर पहुंचे थे कि पुलिस ने पकड़ लिया। महिलाएं बिलखने लगीं।


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