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कोरोना काल में स्वीकार नहीं होंगे डाक्टर-स्टाफ के इस्तीफे, तत्काल ड्यूटी पर पहुंचे Aligarh News

स्वास्थ्य विभाग को हेल्थ वर्कर्स की कमी से जूझना पड़ रहा है। ऐसे में काफी डाक्टर व अन्य हेल्थ वर्कर ड्यूटी पर नहीं पहुंच रहे। कुछ तो बिना बताए छुट्टी पर चले गए हैं। वहीं संविदा पर कार्यरत कई डाक्टरों ने अपने त्याग-पत्र सीएमओ को भेज दिए हैं।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Tue, 11 May 2021 07:23 AM (IST)Updated: Tue, 11 May 2021 07:23 AM (IST)
कोरोना काल में स्वीकार नहीं होंगे डाक्टर-स्टाफ के इस्तीफे, तत्काल ड्यूटी पर पहुंचे Aligarh News
सीएमओ ने तत्काल ड्यूटी पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं।

अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच स्वास्थ्य विभाग को हेल्थ वर्कर्स की कमी से जूझना पड़ रहा है। ऐसे में काफी डाक्टर व अन्य हेल्थ वर्कर ड्यूटी पर नहीं पहुंच रहे। कुछ तो बिना बताए छुट्टी पर चले गए हैं। वहीं, संविदा पर कार्यरत कई डाक्टरों ने अपने त्याग-पत्र सीएमओ को भेज दिए हैं। हालांकि, सीएमअो ने ऐसे सभी त्याग-पत्र अस्वीकार कर दिए हैं। कई ने पारिवारिक व शारीरिक परेशानी का हवाला भी दिया, मगर सीएमओ ने उन्हें तत्काल ड्यूटी पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं।

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कोविड लेबर रूम व वार्ड को चलाने में असमर्थता जताई

दीनदयाल कोविड अस्पताल की महिला चिकित्सा अधिकारी डा. बी कुलदीप व डा. तरंग सलूजा को महिला अस्पताल के कोविड लेबर रूम व वार्ड में नियुक्त किया गया। करीब 10 दिन बाद भी ये डाक्टर चार्ज लेने नहीं पहुंचे। इससे अस्पताल प्रबंधन ने कोविड लेबर रूम व वार्ड को चलाने में असमर्थता जता दी है। दीनदयाल अस्पताल के ही कई अन्य डाक्टरों और अन्य कर्मियों का अता-पता नहीं। सीएमअो के अधीन भी कई डाक्टर व स्टाफ गायब है। इनकी ड्यूटी कोविड वार्ड में लगाई जानी है। रविवार को शुरू हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कोविड अस्पताल में डा.शहजाद की ड्यूटी लगाई गई। अस्पताल का उद्घाटन होना था, डाक्टर को समय पर पहुंचना था, मगर वह नहीं पहुंचे। सीएमअो ने डाक्टर को फोन करके बुलाना चाहा तो हैरान रह गए। डाक्टर ने अपने दोनों नंबर बंद कर लिए। आनन-फानन दूसरे डाक्टर की नियुक्ति की गई। अर्बन पीएचसी ऊपर कोर्ट की प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. तसदीक अंसारी की ड्यूटी दीनदयाल कोविड अस्पताल में लगाई गई। दोनों ने ही योगदान नहीं दिया और अपने त्याग-पत्र सीएमअो को भेज दिए। सीएमअो ने दोनों को कड़ा पत्र लिखा है। कहा, यह कृत्य वैश्विक महामारी के नियंत्रण में लापरवाही व कर्त्तव्यों से भागने का द्योतक है। वैश्विक महामारी को ध्यान में रखते हुए आपके त्याग-पत्र अस्वीकार किए जाते हैं। तत्काल ड्यूटी ज्वाइन न करने पर महामारी अधिनियम की धारा-2, महामारी कोविड-19 विनियमावली 2020 के अंतर्गत कठोर विभागीय व प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी । नौरंगाबाद अर्बन पीएचसी की चिकित्साधिकारी ने बीमारी का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया, उसे भी सीएमअो ने अस्वीकार कर दिया है। और भी तमाम मामले हैं।

कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी

कोरोना महामारी के समय किसी के इस्तीफे स्वीकार नहीं कि जा सकते। ऐसे सभी लोग जो ड्यूटी से बच रहे हैं, वे तत्काल नियुक्ति स्थल पर पहुंच जाए। अन्यथा की स्थिति में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

- डा. बीपीएस कल्याणी, सीएमओ।


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