अलीगढ़ में नहीं सुन रहे अधिकारी, इंतजार में फसलें सूखी पर कनेक्शन नहीं मिला
बिजली आपूर्ति में काफी सुधार हुआ है इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता है मगर विभागीय व्यवस्थाएं अभी भी सुधर नहीं रहीं। किसानों को दो-दो साल तक नलकूप के कनेक्शन नहीं दिए जा रहे
अलीगढ़ (जेएनएन)। बिजली आपूर्ति में काफी सुधार हुआ है इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता है, मगर विभागीय व्यवस्थाएं अभी भी सुधर नहीं रहीं। किसानों को दो-दो साल तक नलकूप के कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं। तीन-तीन सीजन की फसलें सिंचाई के बिना सूख गईं, मगर विभाग के अधिकारी से लेकर बाबू तक किसानों की स्थिति पर जरा भी नहीं पसीजते हैं। गंगीरी और जवां आदि क्षेत्रों से आए किसान लाल डिग्गी के चक्कर लगाकर टूट गए हैं।
यह है मामला
कल्यानपुर गांव के किसान विष्णु दयाल की उम्र करीब 70 वर्ष है। उम्र के चलते कमर झुकी जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में नलकूप के कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। एक बार विभाग में फाइल गुम हो गई। छह महीने बाद उन्हें बताया। फिर नई फाइल तैयार की और लाल डिग्गी के चक्कर लगाने लगे। मगर अधिकारी अब भी टरका देते हैं। 18 बीघा खेत है। आय का कोई साधन नहीं है। खेती से जैसे-तैसे परिवार का खर्च चलाते हैं। मगर, जरूरत पर सिंचाई नहीं कर पाता हूं। गेहंू, बाजरा, मक्का दो बार से सूख गए। मैं पूरी तरह से टूट चुका हूं।
एक साल से लगा रहे चक्कर
गंगीरी के गांव नौगवां के कालीचरण का भी दर्द यही है। एक साल से वो भी नलकूप के कनेक्शन के लिए चक्कर लगा रहे हैं। 29 हजार रुपये जमा कर दिए हैं, मगर कनेक्शन नहीं दिया। गंगीरी से लाल डिग्गी दफ्तर आने में काफी मुश्किल होती है। कालीचरण ने कहा कि उनकी भी तीन फसलें सिंचाई के बिना सूख गईं।
मीटर लगाया, बिल नहीं आया
छर्रा के गांव नगला गुलरिया के राजवीर सिंह के घर पर छह महीने पहले मीटर लग गया था। मीटर जबतक नहीं लगा था तो बिल आ रहा था, मगर मीटर जब से लगा है बिल ही नहीं आता है। राजवीर सिंह का कहना है कि विद्युत विभाग ने यदि इकट्ठा बिल भेज दिया तो बड़ी समस्या हो जाएगी।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
अधीक्षण अभियंता एसआर गर्ग का कहना है कि पीडि़त आएगा तो उसकी समस्या तुरंत सुनी जाएगी। किसी कर्मचारी ने उसे परेशान किया तो जांच कराकर कार्रवाई कराएंगे।
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