डीएम का फरमान : कोरोना मरीजों के इलाज में निजी अस्पताल नहीं कर सकेंगे मनमानी Aligarh News
जिले के निजी अस्पताल कोविड इलाज के नाम पर मनमाना शुल्क नहीं वसूल सकेंगे। प्रशासन ने इसकी तैयारी कर ली है। डीएम चंद्रभूषण सिंह की ओर से हर निजी अस्पताल के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी की नियुक्ति कर दी गई है।
अलीगढ़, जेएनएन। जिले के निजी अस्पताल, कोविड इलाज के नाम पर मनमाना शुल्क नहीं वसूल सकेंगे। प्रशासन ने इसकी तैयारी कर ली है। डीएम चंद्रभूषण सिंह की ओर से हर निजी अस्पताल के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी की नियुक्ति कर दी गई है। यह अधिकारी खर्च व व्यवस्थाओं पर नजर रखेंगे। अगर कोई भी अस्पताल नियमों का उल्लंघन करता है तो उसकी रिपोर्ट डीएम को देंगे। दैनिक जागरण ने शुक्रवार के अंक में बात को प्रमुखता से उठाया था। उसी के बाद प्रशासन हरकत में आया है और मानिटरिंग के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
निजी अस्पतालों को कोरोना मरीजों का इलाज करने की अनुमति
जिले में सात निजी अस्पतालों को कोरोना मरीजों का इलाज करने की अनुमति है। शासन स्तर से सभी अस्पतालों को इलाज के खर्च की दरें निर्धारित दरें जारी कर रखी हैं। अलीगढ़ को सूबे में बी ग्रुप में शामिल किया, लेकिन जिले के कुछ निजी चिकित्सालय इन नियमों का जमकर उल्लंघन कर रहे हैं। मनमानी तरीके से लोगों से वसूली कर रहे हैं। सुविधाओं के नाम पर भी ठेंगा दिखाया जा रहा है। आक्सीजन व इंजेक्शन तक नहीं मिल पा रहा है। दैनिक जागरण ने इन अव्यवस्थाओं को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। ऐसे में अब जिला प्रशसन की तरफ से हर अस्पताल के लिए एक नोडल अधिकारी बना दिया गया है। यह अधिकारी व्यवस्थाओं की निगरानी करेगा। सभी अस्पतालों में कोरोना प्राटोकाल का पालन कराया जाएगा। इसके अलावा सरकार द्वारा तय निर्धारित दरों से ही सभी को इलाज मिलेगा। रेमडेसिविर इंजेक्शन व आक्सीजन की खपत पर भी नजर रखेगी। इससे मरीज व स्वजन को कोई परेशानी नहीं होगी।
इस तरह नियुक्त हुए हैं नोडल अधिकारी
अस्पताल,नोडल डाक्टर
वरुण हास्पिटल, डा. दुर्गेश
एसजेडी, डा. बृज मोहन
रूसा हास्पिटल, डा. अनुपम भास्कर,
मिथराज हास्पिटल, डा. माथुर
जीवन ज्योति हास्पिटल, डा. एसपी सिंह,
बकार हास्पिटल, डा. कमल सिंह
नारायणी हास्पिटल, डा. एसके वर्मा