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देवोत्थान एकादशी कल, हाथरस के बाजार में खूब बिक रहे गन्ने व सिंघाड़े

देवोत्थान एकादशी का पर्व रविवार को मनाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। बाजारों में गन्ने शकरकंद व सिंघाड़े की खूब बिक्री हो रही है। इस दिन से मांगलिक कार्यक्रम भी शुरू हो जाएंगे। इसके लिए बाजारों में खरीदारी करने के लिए ग्राहकों की भीड़ उमड़ने लगी है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Sat, 13 Nov 2021 12:16 PM (IST)Updated: Sat, 13 Nov 2021 12:45 PM (IST)
देवोत्थान एकादशी कल, हाथरस के बाजार में खूब बिक रहे गन्ने व सिंघाड़े
हाथरस की सब्जी मंडी में देवोत्थान एकादशी के गन्ना खरीदते ग्राहक।

हाथरस, जागरण संवाददाता। देवोत्थान एकादशी का पर्व रविवार को मनाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। बाजारों में गन्ने, शकरकंद व सिंघाड़े की खूब बिक्री हो रही है। इस दिन से मांगलिक कार्यक्रम भी शुरू हो जाएंगे। इसके लिए बाजारों में खरीदारी करने के लिए ग्राहकों की भीड़ उमड़ने लगी है।

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मान्‍यता के अनुसार चार माह बाद देवोत्‍थान एकादशी पर भगवान विष्‍णु जागते हैं

ऐसी मान्यता है कि योग निद्रा में जाने वाले भगवान विष्णु चार माह बाद देवोत्थान एकादशी पर जागते हैं। इस दिन पूजा-अर्चना कर देवों को जगाने की परंपरा का निर्वहन किया जाता है। देवों के जागने पर ही वैवाहिक व शुभ कार्य भी प्रारंभ हो जाते हैं। देवोत्थान एकादशी का पर्व रविवार को मनाया जाएगा। इसे लेकर शनिवार को सुबह से ही बाजारों में जगह-जगह कपड़े, ज्वेलरी, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री की जमकर खरीदारी की गई। विक्रेताओं ने इसके लिए कमला बाजार, रामलीला ग्राउंड, नयागंज, अलीगढ़ रोड, आगरा रोड के अलावा सासनी, सादाबाद व सिकंदराराऊ क्षेत्रों के बाजारों में सामान दुकानों पर सजा रखे थे।

देवोत्थान एकादशी को लोग व्रत रखकर होगा पूजन

देवोत्थान एकादशी को लेकर घरों में पूजा-अर्चना की जाएगी। श्रद्धालुओं द्वारा व्रत रखा जाएगा। इसके लिए शुभ मुहूर्त जानने के लिए सुबह से ही धर्माचार्यों के यहां जानकारी के लिए पहुंचने लगे थे। इस दिन भगवान विष्णू व माता लक्ष्मी की पूजा विधि-विधान के साथ होगी। इस दिन शकरकंद, सिघाड़ा व गन्ना दान करने व खाने का विधान है।

20 रुपये में बिका गन्ना

देवोत्थान एकादशी से एक दिन पूर्व बाजारों में शकरकंद 20 से 30 रुपये प्रति किलो, सिंघाड़ा 20 रुपये किलो और गन्ना 10 से 20 रुपये प्रति गन्ना के हिसाब से बिक्री किया गया। इसके अलावा मूली, बेगन, शलजम, पालक, गोभी सहित हरी सब्जियों की भी खूब बिक्री हुई। घरों में व प्रसादी के लिए अन्नकूट की सब्जी बनाई जाती है।

जगह-जगह किया गया प्रसादी का आयोजन

शहर में जगह-जगह प्रसादी का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए सुबह से ही तैयारियां शुरू हो गई थीं। यह प्रसादी का आयोजन मेंडू रोड पर सेकसरिया स्कूल के सामने हनुमान बगीची, अलीगढ़ रोड पर खाटू श्याम मंदिर, रामदरबार मंदिर सहित शहर में प्रमुख चौराहा व मंदिर स्थलों के पास किया जाएगा।


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