थानों में अटकी जम्मू-कश्मीर के शस्त्र लाइसेंस स्थानांतरण की जांच, ये है वजह Aligarh news
जम्मू-कश्मीर समेत कई प्रांतों से स्थानांतरित होकर आए शस्त्र लाइसेंस के फर्जीवाड़े की जांच यहां थानों में अटक गई है।
अलीगढ़ [जेएनएन]: जम्मू-कश्मीर समेत कई प्रांतों से स्थानांतरित होकर आए शस्त्र लाइसेंस के फर्जीवाड़े की जांच यहां थानों में अटक गई है। डीएम ने पांच महीने पहले जिले भर के 27 थानों में पत्र भेजकर भौतिक सत्यापन के निर्देश दिए थे, लेकिन अब तक किसी भी थाने की रिपोर्ट नहीं आई है। जिले में पिछले कुछ सालों में दो सौ से अधिक शस्त्र लाइसेंस जम्मू-कश्मीर से स्थानांतरित होकर यहां आए थे। इनमें से कुछ फर्जी होने की भी आशंका जताई जा रही है। केंद्रीय स्तर पर सीबीआइ भी इसकी जांच कर रही है।
यह है मामला
43 लाख आबादी वाले अलीगढ़ जिले में 37449 शस्त्र लाइसेंस हैं। सबसे अधिक बंदूक व राइफल के हैं। इनमें से दो सौ के करीब असलहा जम्मू-कश्मीर, असम समेत दूसरे राज्यों से स्थानांतरित होकर आए हैं। पिछले दिनों डीएम को शिकायत मिली थी कि दूसरे राज्यों वाले कुछ लाइसेंसधारकों ने फर्जीवाड़ा किया है। वहां रिकॉर्ड में दर्ज कराए बिना ही लाइसेंस स्थानांतरित करा लिए हैैं। कुछ के कागजात तो पूरी तरह से फर्जी हैं।
डीएम ने दिए जांच के आदेश
सितंबर में डीएम ने जांच के आदेश दिए थे। सत्यापन की जिम्मेदारी थानेदार को दी गईं। उन्हें सभी असलहा धारकों को भौतिक सत्यापन करना था। असलहाधारक के व्यवहार व जम्मू-कश्मीर से संबंध को भी देखना था। आपराधिक इतिहास का जुड़ाव भी देखना था। मामला गंभीर होने के कारण डीएम ने जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए, लेकिन अब तक किसी भी थानेदार ने रिपोर्ट नहीं दी है।
रिपोर्ट आने पर होगी कार्रवाई
डीएम चंद्रभूषण सिंह का कहना है कि जम्मू-कश्मीर के कुछ शस्त्र लाइसेंस में फर्जीवाड़े की आशंका है। थाना स्तर से सत्यापन कराया जा रहा है। रिमाइंडर भी दिया गया है। जल्द रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई होगी।