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अंगूठा लगाते ही मिलेगा गेहूं खरीद का ब्यौरा Aligarh News

गेहूं खरीद में पारदर्शिता बनी रहे इसके लिए क्रय केद्रों को ई-पीओएस (इलेक्ट्रानिक प्वाइंट ऑफ सेल्स) मशीनें उपलब्ध कराई जा रही हैं। खाद विभाग के छह क्रय केंद्रों के अलावा एजेंसियों के 55 केंद्राें पर भी मशीनें दी गई हैं

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Tue, 11 May 2021 06:57 AM (IST)Updated: Tue, 11 May 2021 06:57 AM (IST)
अंगूठा लगाते ही मिलेगा गेहूं खरीद का ब्यौरा Aligarh News
किसानों का अंगूठा लगते ही गेहूं खरीद का ब्यौरा मोबाइल पर उपलब्ध होगा।
अलीगढ़, जेएनएन। गेहूं खरीद में पारदर्शिता बनी रहे, इसके लिए क्रय केद्रों को ई-पीओएस (इलेक्ट्रानिक प्वाइंट ऑफ सेल्स) मशीनें उपलब्ध कराई जा रही हैं। खाद विभाग के छह क्रय केंद्रों के अलावा एजेंसियों के 55 केंद्राें पर भी मशीनें दी गई हैं। ई-पीओएस मशीन में किसानों का अंगूठा लगते ही गेहूं खरीद का ब्यौरा मोबाइल पर उपलब्ध होगा। हालांकि, ये मशीनें खरीद शुरू होने से पहले ही क्रय केंद्रों पर उपलब्ध होनी थी, लेकिन आवंटन एक महीना देरी से हुआ है।
यह है योजना
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन की दुकानों पर कार्डधारकों को पीओएस मशीन के जरिए अनाज वितरण में सफलता मिलने पर प्रदेश सरकार ने इस बार गेहूं खरीद में भी इसी तकनीक का प्रयोग किया है। जनपद में एक अप्रैल से 106 क्रय केेंद्रों पर गेहूं की खरीद शुरू हो गई। ई-पीओएस मशीनें उपलब्ध न होने से पूर्व की भांति खरीद की गई। खाद्य विभाग के छह केंद्रों पर 10 दिन पहले ही मशीनें पहुंची हैं। वहीं, एजेंसियों के 55 क्रय केंद्रों पर चार दिन पहले मशीनें मुहैया कराई गईं। इस बार शासन ने गेहूं खरीद का कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है। समर्थन मूल्य भी 50 रुपये बढ़ाकर 1975 रुपये प्रति कुंतल कर दिया है। जबकि, पिछले साल लक्ष्य निर्धारित था। खरीद भी लक्ष्य से अधिक हुर्ह। खरीद इस साल भी ठीक ठाक हाेने की संभावना है। अब तक 75 हजार मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद हो चुकी है। 15 जून तक खरीद होनी है। 
धांधली पर रोक लगेगी
कार्यवाहक संभागीय खाद्य नियंत्रक किशन पाल सिंह ने बताया कि गेहूं खरीद को पारदर्शी बनाने के लिए शासन ने ई-पीओएस से खरीद की नीति अपनाई है। इससे खरीद होने के तुरंत बाद किसान के मोबाइल पर सीधे एसएमएस आ जाएगा। गेहूं खरीद की रसीद मिलने से धांधली पर रोक लगेगी। यही नहीं, किसान द्वारा गेहूं न बिक्री करने पर भी उसके मोबाइल पर मैसेज आता है

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