हाथरस मंडी से बाहर होंगे निराश्रित जानवर, फसलों को पहुंचा रहे नुकसान
मंडी समिति में अव्यवस्थाएं कम नहीं हो रही हैं। वहीं बेसहारा जानवराें के विचरण करने से प्रतिवर्ष हजारों रुपये की फसल बर्बाद हो जाती है। इन जानवरों के चलते को स्वच्छ रखने में भी काफी दिक्कतें आ रही है।
हाथरस, जागरण संवाददाता। मंडी समिति में अव्यवस्थाएं कम नहीं हो रही हैं। वहीं बेसहारा जानवराें के विचरण करने से प्रतिवर्ष हजारों रुपये की फसल बर्बाद हो जाती है। इन जानवरों के चलते को स्वच्छ रखने में भी काफी दिक्कतें आ रही है। इसे देखते हुए मंडी प्रशासन बेसहारा जानवरों को मंडी से बाहर करने का निर्णय लिया है।
अलीगढ़ रोड स्थित मंडी समिति में समस्याएं कम नहीं है। इन दिनों धान की फसल से मंडी अटी पड़ी है। फसलों को रखने का कोई इंतजाम नहीं होने से उसे सड़कों पर डालकर उनकी तुलाई की जा रही है। मंडी में विचरण करने वाले बेसहारा जानवर खुले में पड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाते रहते हैं। यह पशु मंडी में प्रवेश द्वारों से अंदर घुस आते हैं। वहीं पीछे की टूटी पड़ी दीवारों से भी पशुओं में आवागमन बना रहता है। बोरों में बंद फसल को भी नहीं छोड़ते। इससे मंडी में किसान ही नहीं व्यापारी भी परेशान हैं।
सुरक्षा के नहीं इंतजाम, बर्बाद हो रही फसलें
मंडी में बेसहारा जानवरों की रोकथाम का कोई इंतजाम नहीं है। यह मंडी परिसर में खुले में पड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। टीनशेड भी क्षतिग्रस्त होने से वहां भी किसानों की फसलें सुरक्षित नहीं हैं। जानवरों के अलावा बंदरों का बहुत आतंक है। यह बोराबंद फसलों को बोरा फाड़कर नुकसान पहुंचाते हैं। फसलों को बचाने के लिए किसानों व व्यापारियों को खुद रहना पड़ता है।
नष्ट हो जाती है प्रतिवर्ष हजारों रुपये की फसल
मंडी समिति में गल्ला व सब्जी मंडी अलग-अलग बनी हुई हैं। गल्ला मंडी में दलहन, तिलहन, कपास व अनाज की फसलें आती हैं। वहीं सब्जी मंडी में हरी सब्जियों के अलावा सेब, अमरूद, केला व अन्य फल आते हैं। इन्हें मंडी में झुंड के रूप में घूमने वाले बेसहारा पशु व बंदर नुकसान पहुंचाते रहते हैं। इससे प्रतिवर्ष हजारों रुपये की फसलें मंडी में बर्बाद हो रही हैं।
इनका कहना है
मंडी में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए चौकीदार तैनात हैं। फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले पशुओं को जल्द बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। गेटों पर भी सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। किसान व व्यापारियों का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।
- यशपाल सिंह, मंडी सचिव