कोरोना संक्रमण के बावजूद न हटी ड्यूटी, शिक्षक परेशान Aligarh news
बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात शिक्षकों का नाम पंचायत चुनाव की ड्यूटी में शामिल है। मगर कोरोना पाजिटिव रिपोर्ट आने के बाद भी उनका नाम चुनाव ड्यूटी से नहीं कट सका है। कई शिक्षकों के स्वजन कोरोना संक्रमण से खत्म हो गए उनके नाम भी चुनाव ड्यूटी मेें शामिल हैं।
अलीगढ़, जेएनएन । बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात शिक्षक-शिक्षिकाओं का नाम पंचायत चुनाव की ड्यूटी में शामिल किया गया है। मगर कोरोना पाजिटिव रिपोर्ट आने के बाद भी उनका नाम चुनाव ड्यूटी से नहीं कट सका है। कई शिक्षकों के स्वजन कोरोना संक्रमण से खत्म हो गए, उनके नाम भी चुनाव ड्यूटी मेें शामिल हैं। बुधवार को ड्यूटी पर नहीं पहुंचने के फोन लगातार घनघनाते रहे। इससे शिक्षक काफी परेशान व व्यथित हैं।
शिक्षक संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होम आइसोलेट
उत्तरप्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. प्रशांत शर्मा ने बताया कि वे खुद कोरोना संक्रमित हैं, घर पर आइसोलेट हैं। उनके पिता का देहांत चंद दिनों पहले ही हुआ है। सारे साक्ष्य बीएसए दफ्तर मेें पेश कर चुके हैं। फिर भी ब्लाकस्तर से सेक्टर मजिस्ट्रेट के 10-10 फाेन आ रहे हैं कि ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। इसी तरह शिक्षिका श्वेता गौर व शिक्षक ज्वालेश्वर वर्मा ने भी बताया कि वो कोविड-19 के संक्रमण से ग्रस्त हैं। रिपोर्ट भेज चुके हैं लेकिन ड्यूटी मेें नाम है। लगातार फाेन पर फोन किए जा रहे हैं। डा. प्रशांत ने कहा कि जब विभाग को साक्ष्यों के दस्तावेज सौंप दिए गए तो वहां से उनको ड्यूटी कटवाने के लिए अग्रसारित क्यों नहीं किया गया? ड्यूटी न कटने वालों के खिलाफ अगर कार्रवाई हुई तो शिक्षक संघ शांत नहीं बैठेगा, बड़े स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी। वहीं बीएसए डा. लक्ष्मीकांत पांडेय ने कहा कि जिनको कोरोना संक्रमण है वो ड्यूटी नहीं करेंगे। जायज समस्या वालों के नाम लिस्ट से हटवाने की प्रक्रिया विभाग की ओर से अपनाई गई है। सेक्टर मजिस्ट्रेट के पास पूरी लिस्ट होती है वो फाेन करते हैं, ऐसे में अगर किसी को ऐसी समस्या है तो उनको फाेन पर ही अवगत करा दें। कहा कि किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है, वाजिब कारण वाले किसी शिक्षक के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।