Awareness campaign : नहीं होगा डेंगू और मलेरिया, ये करिए इंतजाम Aligarh news
प्रदेश में डेंगू मलेरिया व बुखार का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। धीरे-धीरे सभी जनपद इन बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। अलीगढ़ जनपद में भी रोजाना बुखार के सैंकड़ों मरीज उपचार के लिए सरकारी व निजी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। प्रदेश में डेंगू, मलेरिया व बुखार का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। धीरे-धीरे सभी जनपद इन बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। अलीगढ़ जनपद में भी रोजाना बुखार के सैंकड़ों मरीज उपचार के लिए सरकारी व निजी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। डाक्टर उपचार के साथ मरीजों को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की सलाह दे रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए जनजागरूकता अभियान शुरू किया है।
हर अस्पताल में डेंगू के संदिग्ध मरीज
स्वास्थ्य विभाग भले ही डेंगू फैलने से इन्कार करें, लेकिन सरकारी ही नहीं, तमाम निजी अस्पतालों में बिना एलीजा टेस्ट के ही डेंगू के संदिग्ध मरीजों का उपचार चल रहा है। रेपिड किट जांच में तमाम मरीजों को डेंगू की पुष्टि हो रही है। स्वास्थ्य विभाग एलीजा टेस्ट वालों की डेंगू के रूप में पुष्टि कर रहा है। ऐसे में डाक्टर एलीजा टेस्ट कराने और रिपोर्ट के इंतजार करने की बजाय मरीज को तत्काल उपचार देने में लगे हैं। ऐसी स्थिति में अन्य मरीजों को डेंगू व मलेरिया आदि से बचाव की सलाह दी जा रही है। हैरानी की बात ये है कि डेंगू से इन्कार कर कर रहे स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी भी जारी कर दी है।
क्या करें
- - यह घर के अंदर का मच्छर है, जो दिन में काटता है। घरों में कीटनाशक का छिड़काव करें।
- - घर में जैसे- कूलर, बाल्टी, फ्लावर पाट, फ्रिज ड्रिप पैन, घड़े में एकत्रित पानी को बदलते रहे हैंं, क्योंकि यह साफ पानी में अंडा देते हैं ।
- - शरीर पर मच्छर निरोधक औषधियों व नीम का तेल, सरसों का तेल लगाएंं कमीज मोजे पहना कर ही स्कूल में भेजें।
- - घर के आसपास पानी एकत्रित होने वालेे स्थानों को मिट्टी से भर देे। यदि यह संभव ना हो तो कुछ बूंदे मिट्टी का तेल या जले हुए डीजल ऐसे स्थानों पर डाल दें ।
- - अगर तेज बुखार एवं डेंगू के लक्षण जोड़ों में दर्द, तेज बदन दर्द, पेट दर्द एवं उल्टी शरीर पर दानेे (चकत्ते टाइप) तथा मुंह अथवा नाक से खून आने की शिकायत हो तो तुरंत निकट के सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अथवा नगरीय क्षेत्र प्राथमिक चिकित्सालय में चिकित्सक से परामर्श से उपचार करेंं क्योंकि उनकी जांच अति आवश्यक है।
- - डेंगू, बुखार के रोगी होने पर अपने जिला/नगर स्वास्थ्य अधिकारी को सूचना देंं ताकि प्रभावित क्षेत्र में कीटनाशक का छिड़काव कराया जा सके।
क्या ना करें
- - डेंगू बुखार का कोई भी टीका नहीं होता है, इस रोग से पीड़ित व्यक्तियों को बुखार को औषधि पेरासिटामोल दिया जाना चाहिए ।
- - घर में यदि कोई डेंगू का रोगी हैै तो उसे मच्छरदानी के बिना ना रहने दें।
- - घरों के छज्जेे/पोर्च में टूटे बर्तनों, बेकार टायर-ट्यूब, प्लास्टिक के टूटे बर्तन, शीशी (कबाड़ी सामग्री) एकत्रित ना होने दें ।
- - घरों के आसपास छायादार स्थलों में नमी ना होने दें, जिसमें सजावटी मनी प्लांट के गमलेे आदि सम्मिलित है।
- - मलेरिया की दवाई का कोई असर नहीं होता है अतः प्रयोग ना करें ।