हाथरस में मीटर रीडरों की आइडी के फेर में बिलों में देरी, उपभोक्ता परेशान
हाथरस जागरण संवाददाता। जनपद में मीटर रीडिंग लेने वाली कंपनी द्वारा काम शुरू न करने से उपभोक्ताओं को बिजली के बिल समय पर नहीं मिल पा रहे है। बिल में देरी की वजह मीटर रीडरों की आइडी बनने में देरी बताई जा रही है।
हाथरस, जागरण संवाददाता। जनपद में मीटर रीडिंग लेने वाली कंपनी द्वारा काम शुरू न करने से उपभोक्ताओं को बिजली के बिल समय पर नहीं मिल पा रहे है। बिल में देरी की वजह मीटर रीडरों की आइडी बनने में देरी बताई जा रही है। अभी कुछ दिन और लग सकते हैं। अब मीटर रीडरों को बिल जमा करने की भी जिम्मेदारी दे दी गई है।
जनपद में पहले बिजली के बिल जारी करने का काम पहले इन्फ्लुएंट ग्रिड कंपनी को दिया गया था।
नए अनुबंध के तहत बिजली का बिल भी मीटर रीडर जमा करेंगे
एक नवंबर से नई कंपनी टेरा को यह काम दिया गया है। शहर में 29 मीटर रीडर और देहात व कस्बों में 128 लोगों को बिल जारी करने का काम दिया गया है। नए अनुबंध के तहत बिजली का बिल भी मीटर रीडर जमा करेंगे। नवबंर के पहले सप्ताह में दिवाली का त्योहार होने के कारण काम शुरू नहीं हो सका।
पिछले महीने तक 10 तारीख तक पहुंच जाते थे बिल
अनुबंध के अनुसार नए मीटर रीडरों की आइडी भी नई बननी थी। आइडी बनने में भी समय लग गया। नवंबर के दो सप्ताह आज समाप्त हो रहे है मगर उपभोक्ताओं के यहां अभी तक बिल नहीं पहुंचे हैं जबकि पिछले महीने तक माह के 10 वीं तारीख तक बिल पहुंचते रहे हैं लेकिन इस बार बिल नहीं पहुंच पा रहे हैं।
जनपद के उपभोक्ताओं पर 296 करोड़ का बकाया
आजकल एकमुश्त समाधान योजना चल रही है। इस योजना के तहत 30 सितंबर तक के बकायादारों को लाभ दिया जा रहा है। 30 नवंबर तक इस योजना का लाभ मिलेगा। इस वजह से बिल समय पर मिलना जरूरी है। योजना में घरेलू, नलकूप और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को शामिल किया गया है। जनपद में 1.98 लाख उपभोक्ताओं पर 296 करोड़ का बकाया चल रहा है।