Move to Jagran APP

एसजेडी हास्पिटल में कोरोना के पांच मरीजों की मौत की होगी जांच Aligarh news

जीटी रोड पर धनीपुर मंडी स्थित एसजेडी हास्पिटल में बुधवार को कुछ घंटों के अंतराल पर कोरोना के पांच मरीजों की हुई मौत के मामले में डीएम ने जांच बैठा दी है। एसडीएम कोल रंजीत सिंह व एसीएमओ डा. दुर्गेश की दो सदस्यीय टीम तीन दिन में जांच रिपोर्ट देगी।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 06:18 PM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 06:18 PM (IST)
एसजेडी हास्पिटल में कोरोना के पांच मरीजों की मौत की होगी जांच Aligarh news
पांच मरीजों की हुई मौत के मामले में डीएम चंद्रभूषण सिंह ने जांच बैठा दी है।

अलीगढ़, जेएनएन । जीटी रोड पर धनीपुर मंडी स्थित  एसजेडी हास्पिटल में बुधवार को कुछ घंटों के अंतराल पर कोरोना के पांच मरीजों की हुई मौत के मामले में डीएम चंद्रभूषण सिंह ने जांच बैठा दी है। एसडीएम कोल रंजीत सिंह व एसीएमओ डा. दुर्गेश की दो सदस्यीय टीम तीन दिन में जांच रिपोर्ट देगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होनी है। बुधवार रात मरीजों की मौत के बाद स्वजनों ने जमकर हंगामा किया था। आरोप था कि आक्सीजन की कमी के चलते यह मौत हुई हैं। हास्पिटल प्रबंधन ने समय रहते आक्सीजन के इंतजाम नहीं किए। अगर आक्सीजन होती तो मरीजों की जान बच जाती।

loksabha election banner

जिले में सात निजी कोरोना हास्पिटल

जिले में सात निजी कोरोना हास्पिटल हैं। इनमें से एक धनीपुर मंडी स्थित एसजेडी हास्पिटल भी शामिलल हैं। इनमें 40 कोरोना मरीजों के इलाज की व्यवस्था है। बुधवार को कुछ घंटे के अंतराल में यहां पर पांच मरीजों की मौत हो गई। इसके चलते स्वजनों में खलबली मच गई। कुछ लोगों ने यहां हंगामा करना शुरू कर दिया। स्वजनों का आरोप था कि आक्सीजन की कमी के चलते यह मौत हुई है। मामले की जानकारी होने पर एसीएम प्रथम कुंवर बहादुर व सीओ भी मौके पर पहुंचे। एसीएमओ डा. भाष्कर भी हास्पिटल पहुंच गए। बन्ना देवी व गांधी पार्क का फोर्स भी बुला लिया गया। अफसरों ने जैसे-तैसे देर रात तक स्वजनों को समझाया।

डीएम ने बैठाई जांच

मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम चंद्रभूषण सिंह ने पांच मौत की जान कैसे गईं? इसकी सच्चाई जानने के लिए जांच बैठा दी है। एसडीएम कोल व एसीएमओ को यह जिम्मा सौंपा है।  इन्हें निर्देश दिए गए हैं कि तीन अंदर मौके की पड़ताल कर जांच करें। स्वजनों ने आक्सीजन की वजह से मौत् होने का आरोप लगाए हैं। इसकी भी गहराई में जाकर जांच की जाए कि जिस वक्त मरीजों की मौत हुई अस्पताल में आक्सीजन की उपलब्धता क्या थी? अगर आक्सीजन भरपूर थी? तो अचानक इतनी मौत कैसे हो गईं?  स्वजन व हास्पिटल प्रबंधन के बयान भी दर्ज किए जाएं।  

इन पांच लोगों की हुई थी मौत

मृतकों में जयगंज की 54 वर्षीय महिला, अकराबाद के 30 वर्षीय युवक, मथुरा में प्राथमिक शिक्षक के रूप में तैनात 50 वर्षीय युवक, सिकंद्रारऊ के50 वर्षीय शिक्षा मित्र शामिल हैँ।

इनका कहना है

पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई होगी। वैसे आक्सीजन की जिले में कोई कमी नहीं है। सभी अस्पतालों को समय से आक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है। सभी अस्पताल संचालकों को निर्देशित किया गया है मरीजों के इलाज में लापरवाही न हो।

 चंद्रभूषण सिंह, डीएम

अस्पताल में आक्सीजन की कोई नहीं है। आक्सीजन न मिलने से मौत की बात पूरी तरह से अफवाह है। पांचों मरीजों को लगातार आक्सीजन दी जा रही थी। प्रशासन भी समय पर आक्सीजन दे रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते सभी मरीजों के लंग्स पांच फीसद ही काम कर रहे थे। 15 अप्रैलल से सभी मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे।

डा. संजीव शर्मा, कोविड इंचार्ज, एसजेडी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.