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दैनिक जागरण का रीयल चेकअप : फरियादी हाजिर,बाबू नदारदAligarh News

तमाम लोग बाबू व अफसरों के न मिलने से मायूस होकर वापस लौट जाते हैं। दैनिक जागरण के रीयल चेकअप में यही स्थिति देखने को मिली। अधिकांश विभागों से बाबू व अफसर नदारत थे।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Tue, 03 Dec 2019 04:35 PM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 04:35 PM (IST)
दैनिक जागरण का रीयल चेकअप : फरियादी हाजिर,बाबू नदारदAligarh News

अलीगढ़ [जेएनएन]। सुबह पौने ग्यारह बजे का वक्त। घुटनों पर हाथ रख झुकी कमर से इगलास निवासी 65 वर्षीय सोहन सिंह सीढिय़ों के सहारे विकास भवन के समाज कल्याण कार्यालय पहुंचते हैं। यहां पर वह वृद्धा पेंशन पटल की जिम्मेदारी संभाल रहे बाबू के बारे में जानकारी करते हैं। उन्हें बताया जाता है कि वह यहां पर नहीं आए हैं, बाद में आना। इसी बात पर वह  झल्लाकर जाते हैं और कहते हैं कि पिछले छह महीने से चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन एक पेंशन तक नहीं बनी है। कभी रिपोर्ट नहीं आती है तो कभी बाबू नहीं मिलता है। पेंशन से ज्यादा तो किराया खर्च हुआ जा रहा है। यहां आकर परेशानी झेलने वाले सोहन सिंह एक अकेले परेशान फरियादी नहीं हैं। तमाम ऐसे लोग हैं, जो हर रोज यहां आते हैं। लेकिन, बाबू व अफसरों के न मिलने से मायूस होकर वापस लौट जाते हैं। दैनिक जागरण के रीयल चेकअप में यही स्थिति देखने को मिली। अधिकांश विभागों से बाबू व अफसर नदारत थे।

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साढ़े दस तक नहीं आए बाबू

दैनिक जागरण टीम सुबह साढ़े दस बजे विकास भवन में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता के कक्ष में पहुंची। इस कक्ष में कोई भी अधिकारी नहीं था। इसके बाद 10:45 बजे द्वितीय तल पर समाज कल्याण कार्यालय में पहुंचती है। यहां पर एक-दो बाबू को छोड़कर अधिकांश अनुपस्थित थे। फरियादी भटक रहे थे। आगे बढऩे पर टीम ने डीडीओ व सीडीओ के कक्ष को देखा, दोनों ही अफसर जनता की फरियाद सुन रहे थे। जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक 11 बजे अपने कक्ष में नहीं थे। डीपीआरओ अपने कक्ष में बैठी हुई थीं।

नहीं मिल रही दवाएं, मरीज परेशान

दैनिक जागरण की टीम यहां से साढ़े ग्यारह बजे पंडित दीनदयाल अस्पताल पहुंची। यहां पर रविवार के अवकाश के चलते एक दिन बाद अस्पताल खुला तो खासी भीड़ थी। अधिकांश कक्षों में चिकित्सक भी मरीजों को देख रहे थे, लेकिन पर्चा काउंटर पर भारी भीड़ लगी हुई थी। महिलाओं का भी एक-एक घंटे में नंबर लग रहा था। इसके अलावा दवा स्टोर पर भी भारी भीड़ थी। यहां पर अधिकांश मरीजों को पूरी दवाएं नहीं मिल रही थी। खांसी का सीरप तक नहीं था। दर्द निवारक जैल भी नहीं था।

दफ्तरों में बाबू, साहब नदारद

जागरण टीम साढ़े 10 बजे नगर निगम के सेवा भवन पहुंची। कर निर्धारण अधिकारी आरपी सिंह व लेखाधिकारी राजेश गौतम अपने दफ्तर में काम करते नजर आए। 10:47 बजे नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल की कुर्सी खाली मिली, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शिवकुमार का केबिन भी सूना पड़ा था, जबकि बाबू अपने काम में लगे हुए थे। पूछने पर बताया कि दोनों फील्ड पर हैं। 10:49 बजे मुख्य कर निर्धारण अधिकारी विनय राय का दफ्तर भी खाली था। बताया गया कि वे नगर आयुक्त के चेंबर में बैठे हैं। जोनल अधिकारी सभापति यादव, अजीत राय और अधिशासी अभियंता रमाकांत राम 10:45 बजे तक अपने चेंबर में नहीं पहुंचे। सहायक नगर आयुक्त राजबहादुर सिंह अवकाश पर हैं।

अधिकारी बाहर, कर्मचारी मस्त

लाल डिग्गी स्थित विद्युत विभाग में अधिकारी कार्यालय नहीं पहुंचे तो कर्मचारी मस्त नजर आए। वह इधर-उधर घूमते दिखे। अधिशासी अभियंता मोहम्मद सगीर अपने कार्यालय में सुबह से व्यस्त दिखे। यहां कर्मचारी भी कामकाज निपटाते दिखे। सगीर ने उपभोक्ताओं की समस्या भी निपटाई। मगर, अन्य अधिकारी के कार्यालयों में सन्नाटा पसरा हुआ था। इसके चलते बाबू और कर्मचारी भी मस्त थे।

पुताई के बहाने

पीडब्ल्यूडी के प्रांतीय खंड में तो कार्यालय के पुताई के बहाने तकरीबन सभी कर्मचारी बाहर बैठे गुनगुनी धूप का आनंद ले रहे थे। अधिशासी अभियंता से लेकर सहायक अभियंता और बाबुओं के कार्यालय में पुताई चल रही थी। सुबह 10:30 बजे ही जेई और सहायक अभियंताओं ने कुर्सी बाहर डाल ली और गुनगुनी धूप का आनंद लेते रहे।


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