हाथरस, जेएनएनः बूलगढ़ी में अब सीआरपीएफ का पहरा है। मृतका के घर की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी गई। स्वजन की सुरक्षा में 80 जवान लगाए गए हैं। ऐसा सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर किया जा रहा है। इस मामले की हाईकोर्ट की लखनऊ खंड फीट में सुनवाई आज होनी है। इसको लेकर अधिकारी रविवार को दिनभर तैयारियों में लगे रहे। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार, तत्कालीन एसपी विक्रांतवीर कोर्ट व उच्च अधिकारी में हलफनामा दाखिल करेंगे। डीएम ने बताया कि हलफनामा तैयार करा लिया गया है। आज वह हलफनामा दाखिल कराएंगे।
यह था मामला
युवती पर 14 सितंबर को हमला हुई थी। जिसकी 29 सितंबर को मौत होने के बाद जमकर बवाल मचा था। देर रात उसका शव दिल्ली से गांव लाया गया था। इस दौरान अंतिम संस्कार को लेकर ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई थी। स्वजन युवती का सुबह अंतिम संस्कार कराना चाहते थे जबकि अधिकारियों ने रात में ढाई बजे युवती का अंतिम संस्कार करा दिया था। इसके बाद देश भर में बवाल मचा।
शनिवार की रात आए जवान
शनिवार की देर रात हाथरस आए इन जवानों ने रविवार की सुबह गांव पहुंचकर पीडि़तों के घर के बाहर तैनात पुलिस से एंट्री रजिस्टर ले लिया। घर के अंदर, बाहर, छत, गली के आसपाल इनकी तैनाती रोस्टर के अनुसार की गई है। 25 महिला जवान भी जल्द हाथरस आ सकती हैं।
सीबीआइ ने थाने आकर की जांच
इस कांड की अभी सीबीआइ जांच चल रही है। सीबीआई इस दौरान मृृतका के स्वजन के अलावा आरोपितों और उनके स्वजनों से कई बार पूछताछ कर चुकी है। पड़ोसियों और पास के गांव के लोगों से भी पूछताछ की जा चुकी है। रविवार को सीबीआइ कुछ देर के लिए चंदपा कोतवाली आई। यहां घटना से संबंधित दस्तावेज देखे।
बदला गांव का माहौल
अत्याधिक हथियार इंसास के साथ छत पर मुस्तैद दो सीआरपीएफ जवान। घर के दरवाजे पर अलग से अलर्ट मुद्रा में दो अन्य सीआरपीएफ जवानों के अलावा मेटल डिटेक्टर पर आवाजाही पर निगरानी रखते दो और जवान। कुछ इस तरह था बूलगढ़ी की मृतका के घर और गैलरी की सुरक्षा व्यवस्था का ताना-बाना। घर से चंद कदम दूर सीआरपीएफ का अस्थाई कैंप है। यहां भी सीआरपीएफ के जवान मौजूद रहे। सीआरपीएफ ने मृतका के स्वजन की सुरक्षा की कमान लेने के साथ ही वह रजिस्टर भी ले लिया है, जिसमें स्वजन से मिलने वाले लोगों के नाम-पते हैं। अभी पीएसी और पुलिस भी यहां मौजूद है, जिसे अफसरों के अगले निर्देश का इंतजार है। हालांकि पीएसी ने दोपहर में ही अपना सामान समेटना शुरू कर दिया था। कुल मिलाकर सीआरपीएफ के आने से गांव का माहौल बदला-बदला सा नजर आया।
सीआरपीएफ की सुरक्षा से संतुष्ट हैैं स्वजन
रविवार की सुबह से जब मृतका के स्वजन की सुरक्षा की कमान जब सीआरपीएफ ने संभाली तो मृतका के भाई ने पूछने पर कहा कि वह सुरक्षा व्यवस्था से पूरी तरह से संतुष्ट हैं। हालांकि अभी पहला दिन है। आने वाले दिनों में सुरक्षा व्यवस्था और कैसी रहती है। कुछ दिन बाद पता चल सकेगा।
पहले लगे थे पीएसी व पुलिस के 104 जवान
मृतका के स्वजन की सुरक्षा में पहले करीब 104 पीएसी और पुलिस के जवान लगे थे। इनकी ड्यूटी स्वजन से लेकर गैलरी और घर पर थी, मगर अब सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा करेंगे। 80 जवान यहां आ चुके हैं जो एक स्कूल में रुके हैं। हर आठ घंटे में 20 सीआरपीएफ जवानों की ड्यूटी रहेगी। इनमें घर और गैलरी के अलावा कुछ जवानों को आसपास भी सुरक्षा की ²ष्टि से लगाया जाएगा। सीओ सादाबाद ब्रह्म ङ्क्षसह के अनुसार अभी अफसरों का निर्देश फोर्स हटाने के लिए नहीं आया है। आदेश मिलते ही पुलिस फोर्स को हटा दिया जाएगा। चंदपा इंस्पेक्टर लक्षमण सिंह के अनुसार कुल 104 पीएसी और पुलिस के जवान लगे हैं।
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