Coronavirus vaccination in Aligarh : कोरोना से बचना है तो जल्दी लगवा लो टीका
कोरोना वायरस का सामुदायिक फैलाव होने से संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में जितनी जल्दी हो सके सभी को टीका लगवा होगा। कोरोना से बचाव को जरूरी उपायों के अलावा अब टीकाकरण में भी ढिलाई नहीं बरतनी है।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना वायरस का सामुदायिक फैलाव होने से संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में जितनी जल्दी हो सके, सभी को टीका लगवा होगा। कोरोना से बचाव को जरूरी उपायों के अलावा अब टीकाकरण में भी ढिलाई नहीं बरतनी है। एक मई से 18 वर्ष व उसे अधिक आयु के सभी लोगों को टीका लगना शुरू हो जाएगा। इसके लिए कोविन पोर्टल, आरोग्य सेतु व उमंग एप पर पंजीकरण शुरू हो गए हैं।
स्पाट पंजीयन की सुविधा भी रहेगी
सीएमओ डा. बीपीएस कल्याणी ने बताया कि कोरोना से बचाव को टीका बहुत जरूरी है। सभी लाभार्थी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीका लगवा लें। यह टीका वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। असुविधा से बचने के लिए पोर्टल या एप पर पंजीयन जरूर करा लें। आन स्पाट पंजीयन की सुविधा भी रहेगी। टीका लगवाकर कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में जिम्मेदारी निभाएं।
कोविन एप पर पंजीकरण
- कोविन पोर्टल के माध्यम से रजिस्टर करने के लिए साइन इन करें।
- फिर अपना मोबाइल नंबर डालें और त्रद्गह्ल ह्रञ्जक्क पर क्लिक करें।
- साइट पर ओटीपी टाइप करें, और 'वेरीफाई' पर क्लिक करें।
- 'रजिस्टर फार वैक्सीनेशन' पेज पर अपनी सभी डिटेल भरे और फिर 'रजिस्टरÓ बटन पर क्लिक करें।
- आपको अप्वाइंटमेंट शेड्यूल करने का विकल्प मिलेगा।
- पंजीकृत व्यक्ति के नाम के आगे 'शेड्यूल' पर क्लिक करें।
- अपना पिन कोड जोड़ें और सर्च पर क्लिक करें।
- डेट और टाइम का चयन करें और 'कन्फर्म' पर क्लिक करें।
आरोग्य सेतु एप पर पंजीकरण
- आरोग्य सेतु एप खोलें और होम स्क्रीन पर मौजूद कोविन टेब पर क्लिक करें।
- टीकाकरण पंजीकरण चुनें और फिर एक ओटीपी के साथ वेरीफाई करने के लिए अपना फोन नंबर दर्ज करें।
- नंबर वेरीफाई होने के बाद विवरण दर्ज करेंं और पंजीकरण पर क्लिक करें।
- पंजीकरण के बाद, आपको अपॉइंटमेंट शेड्यूल करने का विकल्प मिलेगा।
- पंजीकृत व्यक्ति के नाम के आगे शेड्यूल पर क्लिक करें।
- पंजीकृत मोबाइल नंबर पर डिटेल के साथ एसएमएस प्राप्त होगा।
1294 लोगों ने लगवाए टीके
अलीगढ़: कोरोना से बचाव के लिए गुरुवार को 1294 लोगों ने टीकाकरण कराया। हालांकि, 2457 लोगों को टीके लगाने का लक्ष्य था। इनमें 1829 के सापेक्ष 666 (36.47) ने पहला टीका व 628 ने दूसरा टीका लगवाया।