Coronavirus Alert in Aligarh: अब परिषदीय शिक्षक अभिभावकों काे करेंगे जागरूक, चलाएंगे अभियान
कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूलों में कोरोना काल के चलते अवकाश कर दिया गया है। अभी शिक्षक पंचायत चुनाव की ड्यूटी से मुक्त हुए हैं। अब भविष्य में उनकी ड्यूटी यूपी बोर्ड परीक्षा संपादित कराने में भी लगाई जाएगी।
अलीगढ़, जेएनएन। कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूलों में कोरोना काल के चलते अवकाश कर दिया गया है। अभी शिक्षक पंचायत चुनाव की ड्यूटी से मुक्त हुए हैं। अब भविष्य में उनकी ड्यूटी यूपी बोर्ड परीक्षा संपादित कराने में भी लगाई जाएगी। मगर इन सबके बीच वे नई जिम्मेदारी भी निभाने के लिए भी तैयार हैं। अभी जब तक कोरोना काल के चलते स्कूल बंद हैं तब तक शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र में कोविड-19 जागरूकता अभियान चलाएंगे। शिक्षकों को गांव के ज्यादा से ज्यादा लोग जानते हैं। मास्साब कहकर उनका सम्मान भी करते हैं। ये जागरूकता अभियान विशेष तौर से स्कूलों मेें पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों के लिए होगा।
शिक्षक जागरूकता अभियान चलाएंगे
ग्रामीण क्षेत्र के लोगों मेें कोरोना संक्रमण से बचने व संक्रमण हो जाने पर उसके समुचित इलाज या तत्काल कदम उठाने के संबंध में जानकारी का अाभाव रहता है। उनको इस महामारी के बारे में बताने व सजग करने के लिए शिक्षक जागरूकता अभियान चलाएंगे। अफसरों की ओर से निर्देश भी हैं कि शिक्षक कोरोना गाइडलाइंस व शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए ही अभिभावकों को जागरूक करेंगे। ब्लाकवार ये अभियान चलाया जाएगा। अफसरों का कहना है कि अभी आफलाइन व आनलाइन दोनों माध्यम से ही पढ़ाई कराने पर रोक लगी हुई है। इसलिए शिक्षकों के जरिए ये जन कल्याण का काम कराया जाएगा। खंड शिक्षाधिकारियों से कहा गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र के उत्कृष्ट शिक्षकों की सूची तैयार करें। जो स्वेच्छा से इस काम मेें लगने के लिए तैयार हैं। बाद में शिक्षकों को रोटेशन प्रणाली के तहत इस जागरूकता कार्यक्रम में लगाया जाएगा। बीएसए डा. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि गांव में शिक्षकों को प्रधान से लेकर अभिभावक सभी जानते हैं व उनका सम्मान भी करते हैं। शिक्षक जब अभिभावकों को कोरोना संक्रमण के बारे में बताएंगे तो प्रभावी ढंग से उन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जनहित में शिक्षकों को ये अभियान चलाना है।