Corona Vaccine Alert In Aligarh : दूसरे टीकाकरण के चरण की तैयारी, डेटा अपलोड नहीं
कोरोना से बचाव के लिए पहले चरण में विभिन्न सत्र आयोजित कर स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाने की तैयारी है वहीं दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर्स (पुलिस पीएसी आरएएफ पीआरडी नगर निगम व राज्य कर्मी) को टीका लगाया जाना है।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना से बचाव के लिए पहले चरण में विभिन्न सत्र आयोजित कर स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाने की तैयारी है, वहीं दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर्स (पुलिस, पीएसी, आरएएफ, पीआरडी, नगर निगम व राज्य कर्मी) को टीका लगाया जाना है। 25 जनवरी तक इनका डेटा पोर्टल पर अपलोड किए जाने के निर्देश दिए गए हैं, मगर अभी तक राजस्व कर्मियों के अलावा किसी का डेटा विभाग को नहीं मिल पाया है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग जल्द ही प्रशासन व विभागों के मुख्यालय पर चिट्ठी भेजने की तैयारी में हैं।
ताकि न रहे कोरोना का खतरा
कोरोना से बचाव के लिए दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर्स लगाने का निर्णय लिया गया है। संभवतः फरवरी में इनका टीकाकरण होगा। दरअसल, ये कर्मचारी सीधे जन सामान्य के संपर्क में रहते हैं। इन्हें कोरोना का खतरा बहुत ज्यादा रहता है। कोविड काल में काफी कर्मचारी संक्रमित भी पाए गए। जिलाधिकारी कार्यालय, पुलिस कार्यालय एवं तहसील कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों को टीका लगाने की तैयारी की जा रही है। विशेष प्रारूप पर कर्मचारियों का नाम, पदनाम, पता, मोबाइल नंबर, जन्मतिथि, पहचान पत्र आदि जानकारियां अपलोड की जा रही हैं। करीब 1000 कर्मियों का विवरण स्वास्थ्य विभाग को मिल चुका है। इसमें से 800 को अपलोड कर दिया है।
कंट्रोल रूम से हो रही टीका लाभार्थी की निगरानी
डीएम की अध्यक्षता में सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में कोरोना की समीक्षा बैठक हुई। इसमें डीएम ने कहा कि कोरोना को लेकर अफसर पूरी तरह अलर्ट रहे हैं। अभी किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। टीकाकरण को लेकर शासन के नियमों का पालन करें। कंट्रोल रूम प्रभारी स्मृति गौतम ने बताया कि कोरोना के जिले में आठ लोग होम आइसोलेशन में है। इनकी निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही टीका लगवाने वाले सभी लाभार्थियों की कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही है। चिकित्सक भी सलाह दे रहे हैं।
हमें केवल राजस्व कर्मियों का पंजीकरण व डेटा अपलोड करना है। अन्य विभागों को खुद ही कोविन पोर्टल पर सीधे पंजीकरण करना है, जिसे बाद में पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।
- डा. बीपीएस कल्याणी, सीएमओ।