Corona Vaccination in Aligarh: दो सप्ताह बाद भी कुछ नहीं हुआ, टीका बिल्कुल सुरक्षित
गुरुवार को पहले चरण का तीसरा टीकाकरण सत्र चलाया गया मगर कुछ लोगों में अभी भी टीकाकरण को उहापोह की स्थिति रही। वहीं 16 व 22 जनवरी को टीका लगवा चुके तमाम स्वास्थ्य कर्मी बिल्कुल स्वस्थ हैं और पूर्ववतः मोर्चे पर डटे हुए हैं।
By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Published: Fri, 29 Jan 2021 07:18 AM (IST)Updated: Fri, 29 Jan 2021 07:18 AM (IST)
अलीगढ़, जेएनएन। कोविड-19 से बचाव के लिए गुरुवार को पहले चरण का तीसरा टीकाकरण सत्र चलाया गया, मगर कुछ लोगों में अभी भी टीकाकरण को उहापोह की स्थिति रही। वहीं, 16 व 22 जनवरी को टीका लगवा चुके तमाम स्वास्थ्य कर्मी बिल्कुल स्वस्थ हैं और पूर्ववतः मोर्चे पर डटे हुए हैं। अब उन्हें न तोे सिर या बदन में दर्द है और न बुखार या अन्य कोई परेशानी। सभी ने कोरोना के देशी टीके को पूर्णत: सुरक्षित बताया है। अन्य लोगों को भी बे-हिचक यह टीका लगवाने की सलाह दी है।
मैंने सबसे पहले सत्र में कोरोना का टीका लगवाया था। मुझे उस समय भी कोई परेशानी नहीं हुई। अब तो दो सप्ताह बीत गया है। अब भी कोई दिक्कत नहीं। टीका सुरक्षित है। बिना डरे इसे लगवाएं।
- छोटेलाल, रसोई कर्मी महिला अस्पताल।
16 जनवरी को टीका लगने के बाद मुझे हल्का बुखार आया। दो कैरोसीन की गोली खाने से ठीक हो गया। तब से मुझे कोई परेशानी नहीं हुई। यह टीका सभी लोगों को लगवाना चाहिए।
- सुरजीत कुमार, प्रधान सहायक।
मुझे टीका लगवाने के एक सप्ताह भी कोई समस्या नहीं है। पहले की तरह नियमित रूप से ड्यूटी कर रहा हूं। न तो शरीर या हड्डियों में दर्द है, न बुखार या अन्य कोई परेशानी। टीका वायरस से बचाव में कारगर साबित होगा।
- संतोष सिंह, लैब टेक्नीशियन।
लोग टीके की गुणवत्ता को लेकर फैली भ्रांतियों पर भरोसा न करें। मैं भी 16 जनवरी को टीका लगवा चुका हूं। मुझे तो कोई भी परेशानी नहीं हुई। रोजाना ड्यूटी पर आ रहा हूं। यह टीका सुरक्षित है।
- देवेश कुमार, चतुर्थ श्रेणी कर्मी।
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