Corona Vaccination Alert In Aligarh : कोरोना टीकाकरण के बाद प्रमाण-पत्र लेना न भूलें, जानिए क्यों
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि कोरोना का पहला टीका लगने के समय ही अस्पताल से प्रमाण पत्र लेना चाहिए। यह प्रमाण पत्र हार्ड कापी या आनलाइन निश्शुल्क लिया जा सकता है। इसकी शिकायत टोल फ्री नंबर 1075 पर की जा सकती है।
अलीगढ़, जेएनएन। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि कोरोना का पहला टीका लगने के समय ही अस्पताल से प्रमाण पत्र लेना चाहिए। यह प्रमाण पत्र हार्ड कापी या आनलाइन निश्शुल्क लिया जा सकता है। यदि कोई अस्पताल निश्शुल्क प्रमाण-पत्र देने में आनाकानी करे तो इसकी शिकायत टोल फ्री नंबर 1075 पर की जा सकती है। आखिर, स्वास्थ्य मंत्रालय का प्रमाण-पत्र पर इतना जोर क्यों है?
ये है व्यवस्था
कोविड-19 वायरस से बचाव के लिए पहला टीका लगने के बाद लाभार्थी को एक प्रमाण-पत्र दिया जाता है। इसमें लाभार्थी का नाम, पता, मोबाइल नंबर, टीका लगने की तिथि आदि का विवरण होता है। केंद्र पर पहुंचते ही सबसे पहले यही प्रमाण-पत्र तैयार किया जाता है। इसे लेकर व्यक्ति टीकाकरण बूथ में पहुंचता है। वहां, इसे कोविड पोर्टल पर चढ़ाया जाता है। इसके बाद टीका लगता है। आधा घंटे निगरानी कक्ष में बिताने के बाद लाभार्थी को यह प्रमाण-पत्र के साथ घर भेज दिया जाता है।
प्रमाण-पत्र न देने पर होगी कार्रवाई
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं एसीएमो डा. दुर्गेश कुमार नने बताया कि हर लाभार्थी के लिए यह प्रमाणपत्र लेना ज़रूरी है क्योंकि इस पर टीकाकरण की तिथि और वैक्सीन का नाम अंकित होता है, जिसके आधार पर लाभार्थी को टीके की दूसरी डोज़ दी जाएगी। सरकार ने सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को टीककरण का निश्शुल्क प्रमाणपत्र देना अनिवार्य किया है। यदि फिर भी कोई प्राइवेट अस्पताल प्रमाण पत्र देने से इनकार करता है तो इसके लिए लाभार्थी टोल फ्री हेल्पलाइन 1075 पर शिकायत दर्ज करा सकता है। मंत्रालय ने अपील की है कि टीका लगने के बाद आधे घंटे निगरानी कक्ष में रहने के दौरान हर लाभार्थी यह सुनिश्चित करे कि अस्पताल से उसे टीकाकरण प्रमाण-पत्र, उसकी साफ्ट कापी या लिंक जरूर दे। भविष्य में यह प्रमाण-पत्र बस, ट्रेन, हवाई जहाज से यात्रा के दौरान कोविड से प्रतिरक्षित होने के सुबूत के रूप में भी कार्य करेगा। अन्य सार्वजनिक या पर्यटन स्थलों पर भी यह प्रमाण-पत्र के रूप में काम आएगा। ऐसे सभी कार्य जिनमें कोविड-19 की रिपोर्ट मांगी जाती है, उन्में यह प्रमाण-पत्र काम करेगा। जल्द ही इससे संबंधित दिशा-निर्देश जारी होने की संभावना है।
एक जनवरी 1977 से जन्में सभी लोगों को टीका
नई गाइड लाइन के अनुसार एक अप्रैल से 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके तहत 1 जनवरी 1977 से पहले जन्मे सभी लोगों को टीकाकारण अभियान में शामिल किया जाएगा । यह लोग कोविन पोर्टल पर पहले से आनलाइन पंजीकरण कराकर या टीकाकरण केंद्र पर तत्काल पंजीकरण कराकर कोरोना का टीका लगवा सकते हैं। इसके बाद उन्हें टीकाकरण का प्रमाण-पत्र भी दिया जाएगा ।