मौसमी फ्लू में छुपा हो सकता है कोरोना, रहिए सतर्क
कोविड-19 के लक्षण दिखें तो हेल्पलाइन पर करें फोन।
जागरण, संवाददाता, अलीगढ़ : इस समय बुखार, बदन दर्द, खांसी में बलगम सर्दी, जुकाम व मौसमी एलर्जी होना आम बात है। कोरोना काल में भी लोग इन्हें सामान्य समझकर अनदेखी कर रहे हैं, जबकि दोनों के लक्षण मिलते-जुलते हैं। अब लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि यह कैसे पता लगाया जाए कि सामान्य जुकाम बुखार है या कोरोना संक्रमण। विशेषज्ञों के अनुसार इन सबके लक्षणों के बीच के अंतर को समझने के बाद ही हम कोरोना, मौसमी फ्लू या स्वाइन फ्लू में भेद कर सकते हैं। इससे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने भी हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है। इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति सलाह ले सकता है।
खत्म नहीं हुआ कोरोना : कोरोना संक्रमितों की संख्या भले ही कम हुई हो, मगर अभी खत्म नहीं हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार मौसमी बीमारियों के बीच यह संक्रमण छुपा हो सकता है, इसलिए सतर्क रहना है। कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. अनुपम भास्कर ने बताया कि किसी संक्रमित के संपर्क में नहीं आए हैं और सर्दी बुखार है तो घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन चिकित्सक को अवश्य दिखाएं । कोविड-19 व सामान्य फ्लू या एलर्जी के लक्षणों को समझना जरूरी है। कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित के संपर्क में आया है और उसे इस तरह के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत कोविड-19 हेल्पलाइन नंबर 1075, 18004192211 पर फोन करके सूचना देनी चाहिए या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र अथवा जिला अस्पताल जाकर समस्या बतानी चाहिए। टेलीमेडिसिन या ई संजीवनी के जरिये चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं ।
कोरोना वायरस व फ्लू में अंतर : डॉ. भास्कर ने बताया कि कोरोना में लगातार बुखार के साथ सूखी खांसी, गले में दर्द व खरास, स्वाद-गंध महसूस न होना, उल्टी आदि होती हैं। मौसमी फ्लू में नाक व आंख से पानी, छींके, बुखार होता है, मगर स्वाद-गंध महसूस होती है। कोविड-19 हृदय रोग, फेफड़े के रोग, डायबिटीज जैसी बीमारियों से ग्रस्त या उम्रदराज व्यक्ति के लिए खतरनाक होता है। इसमें व्यक्ति को तेज बुखार होता है। जुकाम या सामान्य फ्लू में शरीर टूटता है ।