संविदा कर्मचारी रखें नजर, अलीगढ़ में शिक्षकों को ये गवारा नहीं
बेसिक शिक्षा के स्कूलों में संविदा पर रखे जाएंगे बीटीसी व डिप्लोमाधारी शिक्षकों के क्रियाकलापों का अनुश्रवण करेंगे पोर्टल कराएंगे अपडेट।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : शिक्षकों के कामकाज पर उनसे नीचे के पद का कोई व्यक्ति नजर रखे तो आत्मसम्मान पर बन आती है। अब सरकारी स्कूलों में भी ये स्थिति नए सत्र से बनने वाली है। कक्षा एक से आठवी तक के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों पर संविदाकर्मियों की निगहबानी होगी। ये शिक्षकों को नागवार गुजर रहा है और विरोध के सुर उठने शुरू हो गए हैं।
एक से आठवीं तक के सरकारी स्कूलों में प्रबंधन कार्यों के अनुश्रवण के लिए बीटेक डिग्रीधारी व स्नातक (ओ लेवल डिप्लोमाधारी) आउटसोर्सिंग के जरिये संविदा पर रखे जाएंगे। हर ब्लाक पर एक कोआर्डिनेटररखा जाएगा। शिक्षकों के डेटा व अवकाश मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड कराने का काम भी ये देखेंगे। इसमें आने वाले व्यय को प्रोग्राम मैनेजमेंट मद से वहन किया जाएगा। 21 से 40 वर्ष आयु तक के लोगों को इस व्यवस्था के तहत मौका दिया जाएगा। एक साल के लिए इनको 16 हजार रुपये प्रति माह पर तैनाती दी जाएगी। दिव्यांग व बालिका विद्यार्थियों के नामांकन व उनकी वास्तविक स्थिति पर भी ये नजर रखकर पोर्टल पर अपडेट कराएंगे। उत्तरप्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डा. प्रशांत शर्मा ने कहा कि शिक्षकों के काम का मूल्यांकन व अनुश्रवण अफसर ही करेंगे। अन्यथा शिक्षक आंदोलन को बाध्य होंगे। बीएसए डा. लक्ष्मीकांत पांडेय ने कहा कि शासन स्तर से ये व्यवस्था बनाई गई है। नए सत्र से योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। इससे शिक्षकों का कार्यभार भी कम होगा। यह शासन की व्यवस्था है और इसे हर हाल में लागू कराया जाना है।