UP assembly elections 2022 : कांग्रेस को अलीगढ़ में पिछली बार नहीं मिले दावेदार, इस बार लंबी कतार
अलीगढ़ जागरण संवाददाता। इसे उत्तर प्रदेश की सियासत में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पदार्पण का असर कहें या कुछ और। विगत चुनावों में दावेदार न मिलने से हताश-निराश रहने वाले कांग्रेस नेता इस बार जोश-जज्बे से लबरेज हैं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। इसे उत्तर प्रदेश की सियासत में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पदार्पण का असर कहें या कुछ और। विगत चुनावों में दावेदार न मिलने से हताश-निराश रहने वाले कांग्रेस नेता इस बार जोश-जज्बे से लबरेज हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में जहां कांग्रेस को प्रत्याशी तो छोड़िए दावेदार तक नहीं मिले थे, वहीं इस बार लंबी कतार है। सातों विधानसभा सीटों पर 50 से अधिक नेता टिकट के लिए एक-दूसरे के सामने ताल ठोंक रहे हैं। अलीगढ़ और लखनऊ से लेकर दिल्ली तक आपने राजनैतिक आकाओं की शरण में पहुंच रहे हैं।
आसान नहीं दावेदारों की राह
आसन्न विधानसभा चुनाव को लेकर कमान खुद प्रियंका गांधी वाड्रा ने संभाल ली है। पूर्व में 15 सितंबर 15 अक्टूबर तक आवेदन मांगे गए। इस प्रक्रिया को कोई भी हल्के में न लें, इसके लिए 11 हजार का डिमांड ड्राफ्ट या आरटीजीसी, जमा करवाया गया। इसके बाद प्रियंका ने टिकटों में 40 फीसद महिला आरक्षण का एेलान किया तो आवेदन की तिथि 15 नवंबर तक बढ़ा दी गई। हर सीट पर इस बार महिला दावेदार भी दिखाई दे रही हैं। शहर, बरौली व इगलास सीट पर सबसे ज्यादा दावेदार हैं।
विधानसभा सीट, प्रमुख दावेदार
शहर- मो. जियाउद्दीन राही, मनोज सक्सेना, हाजी अरशान, यज्ञा अग्रवाल, रेखा शर्मा, मो. शारिक एडवोकेट, सुलेमान निजामी, असद फारुख, सीपी गौतम व उनकी, ई.वसीम
कोल-विवेक बंसल, आगा यूनुस
इगलास-नितिन चौहान, शीलू चंदेल, कैलाश वाल्मीकि, लक्ष्मी नारायण, एमएल पापा, पूरन चंद देशमुख
बरौली-कुंवर गौरांग देव चौहान, विनोद पांडेय, अनिल कुमार सिंह, जयदेव उपाध्याय, विजय सारस्वत, सुषमा शर्मा एडवोकेट, रमेश चंद्र शर्मा, धर्मेंद्र सिंह चौहान,
अतरौली-संगीता राजपूत, धर्मेंद्र कुमार लोधी, डा. ऋचा शर्मा
छर्रा-शेरपाल सिंह सविता, जितेंद्र बघेल, अखिलेश कुमार शर्मा
खैर-रोहताश सिंह जाटव, ज्ञान सिंह, राम गोपाल रैना, हेमंत कुमार, सपना पासवान
कांग्रेस से निर्वाचित विधायक
शहर-अनंत राम वर्मा (1957),1969 (अहमद लूत खां), बलदेव सिंह (1985), विवेक बंसल (2002)
कोल-नफीसुल्ला हसन (1952), पूरन चंद (1974 व 1980), राम प्रसाद देशमुख (1989),
बरौली-मोहनलाल गौतम (1952 व 1957), सुरेंद्र सिंह चौहान (1974, 1980, 1985, 1989), ठा. दलवीर सिंह (1996)
खैर-प्यारेलाल (1967, 1974), शिवराज सिंह (1980)
अतरौली-नेकराम (1952, 1957), अनवार खां (1980)
छर्रा (नार्थ अतरौली, गंगीरी)-कुंवर श्रीनिवास शर्मा (1952, 1957, 1962), तिलक सिंह (1985)
इगलास-श्योदान सिंह (1952), मोहनलाल गौतम (1967), पूरन चंद (1980), चौ. विजेंद्र सिंह (1989,1993, 2002)
इनका कहना है
कांग्रेस से टिकट पाने के लिए काफी आवेदन प्राप्त हुए हैं। पुराने कार्यकर्ता व समर्थक वापस लौट रहे हैं। इस बार कांग्रेस पूरी दमदारी से चुनाव लड़ेगी और अप्रत्याशित जीत हासिल करेगी।
- ठा. संतोष सिंह जादौन, कांग्रेस जिलाध्यक्ष।