अलीगढ़ में निर्माण कार्य के बाद सड़क दुरुस्त न करने पर जल निगम के अफसरों को लगी फटकार
मंडलायुक्त ने कमिश्नरी सभागार में की जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में बैठक कहा-निर्माण के बाद सड़कों को मानकों के हिसाब से तैयार करे विभाग।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : शहर व गांव में निर्माण कार्य के बाद सड़कों को दुरुस्त न करने पर जल निगम के अफसरों को कड़ी फटकार लगी है। मंडलायुक्त गौरव दयाल ने कहा है कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद संबंधित अफसर सड़कों को निर्धारित मानकों के हिसाब से तैयार करें। जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर प्राथमिकता व आवश्यकता के आधार पर निर्माण कार्य किए जाएं।
मंगलवार को कमिश्नरी सभागार में जनप्रतिनिधियों, जल निगम व नगर निगम के अफसरों के साथ बैठक में मंडलायुक्त ने कहा कि सरकार के पास निर्माण कार्यों के लिए धन की कमी नहीं है। जो सड़कें ज्यादा खराब हैं, उन पर पैचवर्क न कराते हुए व्यक्तिगत रुचि लेकर शासन से पैरवी की जाए और निर्माण के लिए धन आवंटित कराया जाए। जल निगम के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि 15 नवंबर तक पाइप लाइन डालने के लिए खोदी गई सभी सड़कों को दुरुस्त किया जाए। नगर आयुक्त को निर्देश दिए कि ठीक कराई गईं सड़कों की गुणवत्ता जांचने के लिए क्रास चेकिग कराई जाए। विधायक अनिल पाराशर ने बताया कि हैवतपुर-मूसेपुर की सड़क का तीन वर्ष में तीन बार निर्माण कराया गया है, जबकि कई सड़कें ऐसी हैं, जो उससे ज्यादा क्षतिग्रस्त हैं और वहां एक बार भी निर्माण कार्य नहीं हुआ है। मंडलायुक्त ने कहा कि धनराशि आवंटन के बावजूद सड़क सही स्थिति में है तो उस धनराशि का किसी अन्य सड़क के निर्माण में प्रयोग किया जाए। जीटी रोड से सिहोर बंबा होते हुए गोकुलपुर, मलिकपुरा सोनोट मार्ग का 2.50 किलोमीटर का हिस्सा एनएचएआइ द्वारा तोड़ने के प्रकरण पर मंडलायुक्त ने डीएम को जांच कराने के निर्देश दिए। शहर विधायक संजीव राजा ने बताया कि आगरा रोड पर राधारमण गोशाला के सामने अतिक्रमण किया जा रहा है। मंडलायुक्त ने इस पर जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। नगर निगम के विभिन्न वार्डों में पेयजल एवं गंदे पानी की समस्या पर कार्रवाई के निर्देश दिए। इस मौके पर एमएलसी डा. मानवेंद्र प्रताप सिंह, नगर आयुक्त गौरांग राठी, अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार, सहायक अभियंता सिचाई कमलेंद्र पुंढीर समेत अन्य मौजूद रहे।