अलीगढ़ में बारिश ने धोए ठंड के पांव, मुस्कराने लगी शीत लहर
सूरज दर्शन देने भर के लिए उपस्थित हुआ। शाम होते ही गलन बढ़ गई।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : मौसम का मिजाज बार-बार करवट ले रहा है। रविवार सुबह झमाझम बारिश से वातावरण में ठंडक घुल गई। रही-सही कसर शीत लहर ने पूरी कर दी। सूरज दर्शन देने भर के लिए उपस्थित हुआ। शाम होते ही गलन बढ़ गई। जनजीवन ठंड से कांपता रहा। पारा भी तीन डिग्री लुढ़क गया है। अधिकतम तापमान 18 व न्यूनतम तीन डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ।
शनिवार रातभर कोहरा-पाला पड़ने के बाद आसमान में बादल छा गए। सुबह करीब छह बजे झमाझम बारिश शुरू हो गई। बारिश बंद हुई तो ठंड ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए। कुछ देर के लिए सूरज ने दर्शन दिए तो लोगों के चेहरे खिल गए। जल्द ही सूरज बादलों की ओट में छिप गया। दोपहर बाद शीतलहर शुरू हो गईं। शाम को गलन बढ़ गई। ठंड के चलते बच्चे और बुजुर्ग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। पार्कों-स्मार्कों में पहले जैसी चहल-पहल दिखाई नहीं दे रही है। वातावरण में छाई धुंध के चलते वाहन चालकों को दिन में भी लाइट जलाकर गुजरना पड़ा। कई दिन से ठीक से धूप न निकलने की वजह से लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। कपड़े तक नहीं सूख पा रहे हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत सांस, हृदय रोगियों व बच्चों को हो रही है। वे ठीक से घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। बाहर निकलने पर इन्हें सर्दी के शिकार होने की आशंका बनी रहती है। बच्चे भी खेलने के लिए घरों से बाहर नहीं जा पा रहे हैं। वाहनों में यात्रियों की संख्या भी घट गई है। बहुत जरूरी काम होने पर ही कोई घर से बाहर निकल रहा है।
ठंड से बचाव करें : फिजीशियन डा. नितिन गुप्ता ने बताया कि सर्दी काफी है, इसलिए बच्चे और बुजुर्गों का ठंड से बचाने की जरूरत है। उन्हें गरम कपड़े पहनाएं। सिर को ढांपकर रखें। अनावश्यक बाहर निकलने से बचें। इससे कोरोना संक्रमण से भी बचाव होगा।
Edited By Jagran