Hathras Molested Case :सीएम की एसआईटी की टीम हाथरस पहुंची, जांच शुरू
उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस के चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी की दुष्कर्म पीड़िता शव देर रात गांव पहुंचने के बाद भड़का आक्रोश दिन निकलते ही शहर की सड़कों पर आ गया। देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन को मुख्यमंत्री ने गभीरता से लिया।
हाथरस जेएनएन : उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस के चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी की दुष्कर्म पीड़िता शव देर रात गांव पहुंचने के बाद भड़का आक्रोश दिन निकलते ही शहर की सड़कों पर आ गया। देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन को मुख्यमंत्री ने गभीरता से लिया। अहम बात यह है कि मुख्यमंत्री ने सुबह एसआईटी गठित की, जो शाम को हाथरस भी पहुंच गई। लोगों में चर्चा है कि यही तत्परता यदि दिखाई होती तो शायद पीड़िता को बेहतर इलाज मिल जाता।
एसआईटी में ये हैं शामिल
हाथरस के थाना क्षेत्र चंदपा के गांव बूलगढ़ी प्रकरण की जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदस्यीय एसआइटी कमेटी का गठन किया है। जो इस मामले की जांच कर सात दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। मुख्यमंत्री कार्यालय ने टयूटर पर ट्वीट करते हुए बताया हैं कि इस कमेटी के अध्यक्ष गृह सचिव भगवान स्वरूप होंगे। सदस्य के रूप में पुलिस उपमहानिरीक्षक चंद्र शेखर व सेनानायक पीएसी आगरा पूनम को होंगे। यह सात दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे।
यह है मामला
14 सितंबर की सुबह अनुसूचित जाति की पीड़ता को गंभीर हालत मेें स्वजन कोतवाली चंदपा लेकर आए थे। पुलिस ने पीड़िता को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां से गंभीर हालत में अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया था। मां की तहरीर के आधार पर पुलिस ने गांव के ही संदीप पर जानलेवा हमला और एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था। इधर लड़की की हालत में कई दिन तक सुधार नहीं आया। विवेचना कर रहे सीओ सादाबाद ब्रह्मसिंह ने पीड़िता के बयान दर्ज किए। बयानों के आधार पर मामले में सामूहिक दुष्कर्म की धाराएं बढ़ाईं थीं। इससें संदीप के साथ-साथ उसके तीन अन्य साथियों को भी नामजद किया गया। पुलिस चारों आरोपितों को जेल भेज चुकी है। जेएन मेेेेेडिकल से पीड़िता को दिल्ली के सफदरजंग में रेफर कर दिया था। मंगलवार को पीड़िता की मौत हो गई थी। मंगलवार देर रात प्रशासन ने हाथरस के गांव बूलगढ़ी में अंतिम संस्कार कर दिया था।