एमबीए की डिग्री दिलाने के नाम पर युवक से धोखाधड़ी, दो साल की डिग्री दो महीने में मिली
अलीगढ़ के एक युवक से एमबीए की डिग्री दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया हे। युवक की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। युवक का आरोप है कि यह गिरोह फर्जी डिग्री बांटकर लोगों से पैसे ऐंठता है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। एमबीए की डिग्री दिलाने के नाम पर एक युवक से 35 हजार रुपये धोखाधड़ी कर ली गई। युवक का आरोप है कि यह गिरोह फर्जी डिग्री बांटकर लोगों से पैसे ठगता है। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।
10 हजार रुपये कमीशन पर बात तय हुई
केला नगर निवासी राजा बाबू की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें कहा है कि सिविल लाइन क्षेत्र के इंस्टीट्यूट के संचालक शौकत अली से उनसे अच्छे संबंध थे। ऐसे में राजाबाबू ने एमबीए करने के संबंध में बात की। शौकत ने मनीष रावत नाम के व्यक्ति का नंबर दिया और कहा कि मनीष के कई यूनिवर्सिटी में ताल्लुकात हैं। वो कम फीस में एडमिशन करा देगा। मनीष से फोन अलवर की यूनिवर्सिटी से एमबीए कराने को लेकर 60 हजार रुपये में बात तय हुई। साथ ही 10 हजार रुपये शौकत को बतौर कमीशन देने की भी बात हुई। राजाबाबू ने शौकत को 10 हजार रुपये दे दिए। इसके बाद मनीष ने जल्दबाजी में शेष पैसे मांगे। लेकिन, राजा बाबू ने देने से इन्कार कर दिया।
मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू
राजा बाबू ने कहा कि शौकत के बताए खाते में 20 फरवरी 2019 को 25 हजार रुपये जमा करा दिए। मनीष ने मार्कशीट तैयार करके वाट्सएप पर भेज दी। इसके बाद बाकी रकम देने पर असली मार्कशीट देने की बात कही। मार्कशीट में सब्जेक्ट में गड़बड़ी होने पर जब राजाबाबू ने शिकायत की तो 10 दिन में चारों मार्कशीट भेज दी गईं। यानी दो साल की डिग्री दो महीने में मिल गई। इसे देख राजाबाबू ने शौकत से पैसे मांगे तो वह टालमटोल कर रहा है। सिविल लाइन थाना प्रभारी ने बताया कि शौकत अली, मनीष रावत, अमित गुप्ता, शबाना, काजल, सोनम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। विवेचना की जा रही है।