शब-ए-बरात पर हर घर में मना जश्न, घरों पर रंग बिरंगी रोशनी
शब-ए-बरात पर शाम ढलते ही ऊपर कोट शाहजमाल जमालपुर सिविल लाइंस आदि क्षेत्र रंग बिरंगी रोशनी से नहाए। मुस्लिम परिवारों में जश्न का माहौल रहा। हलुवा की खुशबू से घर महक रहे थे।
अलीगढ़ (जेएनएन)। शब-ए-बरात पर शाम ढलते ही ऊपर कोट, शाहजमाल, जमालपुर, सिविल लाइंस आदि क्षेत्र रंग बिरंगी रोशनी से नहाए। मुस्लिम परिवारों में जश्न का माहौल रहा। हलुवा की खुशबू से घर महक रहे थे। कैंडल लगाने के साथ रात को आतिशबाजी का भी आनंद लिया। रात भर इबादत हुई व अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगी।
देर रात तक चला जश्न
शब-ए-बरात पर तड़के से ही मुस्लिम घरों में तैयारियां शुरू हो गई थीं। महिलाओं ने घरों में साफ सफाई की। घर को सजाया संवारा। कुछ लोग अरीजा डालने के लिए शहर से सटी नहरों के लिए रवाना हुए। शिया समुदाय के लोगों ने आखिरी इमाम की पैदाइश को ध्यान में रखते हुए जगह जगह मीलाद हुए और जश्न भी मनाया। शहर से सटी नहरों में अरीजा डाला। आखिरी इमाम जो परदा- ए-गैब (लोगों की नजरो से ओझल हैं) उनको अरीजा भेजा गया। अरीजा में दुआओं के बीच अपनी परेशानी और जरुरतों को भी लिखा। जश्न का दौर देर रात तक चला। ऊपर कोट प उस्मान पाड़ा में जलसे का आयोजन किया गया।
पुरखों की कब्र पर फातेहा पढ़ा, याद में छलक उठी आंखें
शब-ए-बरात त्यौहार पर कब्रिस्तान व मजार भी कैंडल से जगमग थे। शाम को लोग शाहजमाल, जमालपुर, क्वार्सी वाईपास, मिंटोइ, मीनार मस्जिद, अतरौली चुंगी आदि कब्रिस्तान पहुंचे। अपने पुरखों की मजार पर अगर बत्ती व कैंडल जलाई। इस दौरान अल्लाह से दिवंगत आत्मा की शांति की दुआ की। इस दौरान बहुत से लोगों की हमेशा के लिए अपनों बिछड़ों की याद में आंखे भी नम हो गई। फातेहा पढ़ा।
शब- ए- बरात पर चलाया विशेष अभियान
शब-ए-बरात को लेकर मस्जिदों व उनके आसपास सफाई व प्रकाश व्यवस्था के लिए विशेष अभियान चलाया गया। यहां फॉगिंग भी कराई गई। जोनल अधिकारियों के अलावा सेनेटरी इंसपेक्टर को निर्देश दिए गए। पांच ट्रैक्टर ट्राली अलग से क्षेत्र में भेजी गई। ऊपर कोट जामा मस्जिद, उस्मानपाड़ा, रसलगंज, काजीपाड़ा, सराय मियां, सराय सुल्तानी, जीवनगढ़, केला नगर, बेगपुर, दोदपुर, मेडिकल रोड, सर सैयद नगर, धौर्रामाफी, जमालपुर, शमशाद मार्केट में अभियान चलाया गया। नगर आयुक्त सत्य प्रकाश पटेल ने कहा परंपरागत तरीके से नगर निगम द्वारा सभी धार्मिक स्थलों के आसपास सफ ाई की विशेष व्यवस्था कराई गई है। साथ में नगर निगम का कंट्रोल रूम सक्रिय रखा गया है।
बाइक पर घूमना ठीक नहीं
शहर मुफ्ती खालिद हमीद का कहना है कि शब-ए-बरात बहुत ही अहम रात होती है। सड़कों पर शोर शराबा करने की बजाय अल्लाह की इबादत में अधिक समय देना चाहिए। आतिशबाजी करना, बाइकों पर घूमना ठीक नहीं हैं।