मंत्री के सामने इलाज में लापरवाही के मामले ने पकड़ा तूल, डॉ. वीके गुप्ता को दीनदयाल के सीएमएस पद से हटाया
19 मई को स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने अस्पताल का निरीक्षण किया था। इमरजेंसी के बाहर घायल महिला तड़प रही थी जिसे डॉक्टर देख नहीं रहे थे।
अलीगढ़ (जेएनएन)। घायल के इलाज में लापरवाही पर दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. वीके गुप्ता पर कार्रवाई हो ही गई। उन्हें पद से हटा दिया गया है। शासन के आदेश पर अपर निदेशक ने अस्पताल में ही कार्यरत वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एबी सिंह को चार्ज सौंपा है।
यह था मामला
29 मई को स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने अस्पताल का निरीक्षण किया था। इमरजेंसी के बाहर घायल महिला तड़प रही थी, जिसे डॉक्टर देख नहीं रहे थे। महिला को इलाज न मिलने पर उसकी तीमारदार महिला मंत्री के पैरों में गिर गई। सीएमओ व सीएमएस की मौजूदगी में मंत्री ने घायल को उचित इलाज के निर्देश दिए और वार्डों का निरीक्षण करने निकल गए। लौटे तो घायल महिला को डॉक्टर रेफर कर चुके थे, परिजनों ने मीडिया व मंत्री के सामने हंगामा कर दिया। ऐसे में मंत्री को खुद स्ट्रेचर को पुन: इमरजेंसी की ओर धकेलना पड़ गया। इससे अधिकारी भी हड़बड़ा गए। मंत्री जांच के निर्देश देकर चले गए। जांच के लिए सीएमओ ने कमेटी बनाई।
शासन को पत्र लिखा
इमरजेंसी के एक डॉक्टर के खिलाफ शासन को पत्र भी लिखा। रिपोर्ट आई तो डीएम ने संस्तुति के साथ शासन को भेज दिया। गुरुवार रात सीएमएस डॉ. वीके गुप्ता को हटाने का आदेश आ गया। शुक्रवार दोपहर एक बजे वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एबी सिंह, एडी डॉ. बीके ङ्क्षसह के कार्यालय पहुंचे और चार्ज ले लिया। डॉ. एबी ङ्क्षसह यहां अगस्त 2012 से तैनात हैं। इससे पूर्व उरई, एटा व मैनपुरी जिला अस्पताल में बतौर बाल रोग विशेषज्ञ सेवाएं दे चुके हैं।
व्यवस्था में दिखेगा सुधार
डॉ. सिंह ने बताया कि उनकी प्राथमिकता डॉक्टर व स्टाफ के व्यवहार में सुधार लाना होगा। कोविड मरीजों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था, अस्पताल के सैनिटाइजेशन व वेंटिलेटर सेवाओं में सुधार के लिए प्रयास होगा।