राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के खिलाफ अलीगढ़ में मुकदमा दर्ज, ये है वजह
अलीगढ़ जेएनएन आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के खिलाफ उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के बन्नादेवी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
अलीगढ़ जेएनएन : आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के खिलाफ साईं विहार कॉलोनी (सूतमिल) निवासी सामाजिक कार्यकर्ता दीपक अग्रवाल ने बन्नादेवी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने आप नेता पर समाज को बांटने व सामाजिक समरसता को खत्म करने संबंधी बयानबाजी करने तथा राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्रियों पर टिप्पणी करने का आरोप लगाया है।
ये लगाए आरोप
पुलिस की गई तहरीर में दीपक ने कहा है कि 12 अगस्त को आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने अपने सहयोगी सभाजीत सिंह व बृजकुमारी के साथ प्रेसवार्ता की थी। इसे 13 अगस्त को समाचार पत्रों में पढ़ा। संजय सिंह ने कहा कि प्रदेश में ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहे हैं। इससे मुख्यमंत्री के खिलाफ गुस्सा है। भाजपा के 58 विधायक ब्राह्मण हैं और वो भी बहुत गुस्सा हैं। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा खुद ब्राह्मण हैं। वो ब्राह्मण की आवाज नहीं उठाते। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एक भी मौर्य का काम नहीं करा पाए। राष्ट्रपति दलित हैं, उन्हें भी राम मंदिर शिलान्यास में नहीं बुलाया गया। केवल ठाकुरों का काम हो रहा है। दीपक ने कहा है कि संजय सिंह ने राष्ट्रपति, उप मुख्मंत्रियों के साथ विधायकों को भी नहीं छोड़ा। हिंदू समाज की जातियों को अपने ढंग से उल्लेख कर यूपी सरकार के खिलाफ भड़काने का काम किया है।
साधु संन्यासी की कोई गोत्र जाति नहीं होती
सीएम योगी गोरक्ष पीठ के पीठाधीश्वर भी हैं। समाज का हर वर्ग इस पीठ में आस्था रखता है। संजय सिंह को मिथ्यारोप लगाने से पहले सोचना चाहिए था कि साधु संन्यासी की कोई गोत्र जाति नहीं होती। हमारा इतिहास है कि हिंदुत्व व समाज हित के लिए दधीचि ने अपनी अस्थियां दान कर दीं। परशुराम विष्णु के अवतार हैं। उनकी महिमा को भी संजय सिंह ने कम करने का प्रयास किया है। इंस्पेक्टर रवींद्र कुमार दुबे ने बताया कि तहरीर के आधार पर संजय सिंह के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही हैं।